गणेश चतुर्थी के मौके पर प्रयागराज से सामने आई अनोखी तस्वीर, 86 साल की बुजुर्ग महिला 18 साल से बना रही हैं गणेश जी की प्रतिमा
punjabkesari.in Wednesday, Aug 27, 2025 - 05:16 PM (IST)

प्रयागराज, (सैय्यद आकिब रजा): कहते हैं जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है वैसे-वैसे याददाश्त कमजोर हो जाती है। लेकिन प्रयागराज की 86 साल की एक बुजुर्ग महिला का जोश और जज्बा कमाल कर देने वाला है। दरअसल, 86 वर्षीय बुजुर्ग महिला सीता श्रीवास्तव के लिए गणपति बेहद अनमोल है क्योंकि एक उम्र का पड़ाव पार कर चुकी सीता श्रीवास्तव अपने पति को खोने के बाद अपने को अकेले नहीं होने दिया और घर के पड़े बेकार सामान से वह गणेश भगवान का पोस्टर बनाने में लगी हैं।
जहां पर पूरे देश में इस वक्त गणेश चतुर्थी की धूम है और हर जगह मूर्तियां स्थापित कर पूजा पाठ का दौर चल रहा है तो वहीं प्रयागराज की रहने वाली सीता श्रीवास्तव ने अब तक 9 हजार से अधिक गणेश जी के अलग-अलग पोस्टर बनाए हैं। खास बात यह है कि बीते 18 सालों से सीता श्रीवास्तव वेस्ट मटेरियल से गणेश जी को बना रही हैं वह वेस्ट मटेरियल जिनको अमूमन लोग फेक देते हैं।
जैसे ड्राई फ्रूट पिस्ता के छिलके ,सीडी, कागज के गत्ते, आइसक्रीम स्टिक ,खिलौने के टुकड़े ,कांच ,मोती आदि। सीता श्रीवास्तव कहती है कि अब तक उन्होंने 9 हजार से अधिक पोस्टर को लोगों के बीच बांट दिया है वह भी निशुल्क। उनका मानना है कि भगवान गणेश की प्रतिमा को गिफ्ट देना सबसे बड़ा पुण्य का काम है। 18 साल पहले पति की मौत होने के बाद सीता श्रीवास्तव अकेले रहने लगी तो उनका रुझान कला की ओर पड़ा।अब आए दिन सीता श्रीवास्तव जी घर में लोग उनकी कला को देखने के लिए आते हैं और उनकी जमकर की सराहना करते हैं।
परिवार में इनके एक बेटा है और बेटे के दो बच्चों के अलावा तीन बेटियां हैं। जिनकी शादी हो चुकी है। वह भी अपनी मां सीता से खुश है कि उन्होंने अपनी जिंदगी को अपने तरीके से जीना शुरु कर चुकी है। सीता के गणपति देखने में खूबसूरत भी हैं। उम्र का एक पड़ाव पार कर चुकी सीता श्रीवास्तव अभी भी उनकी बातें काफी समझदारी वाली होती हैं। मौजूदा समय में सीता अपने परिवार से काफी खुश हैं। सीता जी का कहना है कि जिस तरीके से हर कला को सरकार आगे ले जा रही है वैसे इस कला को भी आगे लेकर के जाए क्योंकि इससे एक तो लोग हुनरमंद होंगे साथ ही साथ रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा।