वाराणसी से अब तक सिर्फ 6 महिलाओं ने लड़ा चुनाव

punjabkesari.in Monday, Apr 29, 2019 - 04:23 PM (IST)

 

वाराणसीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में कांग्रेस एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समेत अधिकांश राजनीतिक पाटिर्यां चुनावों में महिलाओं को मौका देने के प्रति उदासीन रहीं और उन्हें संसद में पहुंचने के लिए किस्मत आजमाने तक का अवसर नहीं दिया। अब तक हुये चुनावों पर नजर डाली जाए तो यहां से सिर्फ छह महिलाओं ने चुनाव लड़ा तथा उनमें से कोई भी संसद नहीं पहुंच सकी। वर्ष 1951 से 2014 तक हुए लोक सभा के 16 चुनावों में कुल 275 प्रत्याशियों ने भाग्य अजमाया जिनमें से मात्र छह महिलाएं हैं।

वर्ष 1951 में हुए पहले आम चुनाव में तब की राष्ट्रीय पाटिर्यों में शामिल अखिल भारतीय राम राज्य परिषद (आरआरपी) के टिकट पर विद्या देवी को पांच प्रत्याशियों के साथ किस्मत आजामाने का मौका मिला। उस चुनाव में कांग्रेस के रघुनाथ सिंह को 48 फीसदी वोट के साथ पहली बार संसद जाने का सौभाग्य मिला, वहीं विद्या देवी मात्र 15 फीसदी लोगों का समर्थन मिला। उन्हें 25,568 वोट मिले थे। वर्ष 1996 के चुनाव में तीन महिलायें ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव मैदान में उतरी थीं।

इस चुनाव में मुस्तरी रिपिट मुस्तरी को 1962, कृष्णा निगम को 1294 और मदीना बेग को 664 मतदाताओं का आशीर्वाद मिला। वर्ष 2009 में राष्ट्रीय अग्रणीय दल (आरएडी) ने ऊषा सिंह और 2014 में तृणमूल कांग्रेस ने इंदिरा तिवारी को मौका दिया, लेकिन किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया। सिंह को मात्र 721 एवं तिवारी 2,674 मतदाओं का ही समर्थन हासिल कर सकीं। वर्ष 2014 में भाजपा प्रत्याशी नरेंद्र मोदी 56 फीसदी वोट के साथ यहां के सांसद बने और प्रधानमंत्री बने । इससे पहले 2009 में इसी पार्टी के डॉ. मुरली मनोहर जोशी ने 30 फीसदी मतदाओं का समर्थन प्राप्त कर वाराणसी का संसद में प्रतिनिधित्व किया।

आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 1951 में हुए पहले लोक सभा चुनाव में चार उमीदवारों के बीच मुकाबला हुआ था जबकि पिछले चुनाव में बसीर नामक किन्नर समेत 42 प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतरे। इस चुनाव में वर्ष 1996 के सर्वाधिक 47 उम्मीदवारों के चुनाव लड़ने का रिकॉर्ड टूटने की संभावना है। इस सीट पर 1951 में पांच, 1957 में चार, 1962 में छह, 1967 में पांच, 1971 में 14, 1977 में 11, 1980 में 22, 1984 में 19, 1989 में 18, 1991 में 24, 1996 में 47, 1998 में 13, 1999 में 12, 2004 में 18, 2009 में 15 और वर्ष 2014 में 42 उम्मीदवार के चुनावी जंग का हिस्सा बने । इस सीट पर 19 मई को मतदान होना है।

मोदी ने यहां से दूसरी बार चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने 26 अप्रैल को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है। कांग्रेस ने पूर्व विधायक अजय राय को फिर मैदान में उतारा है, जबकि बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और समाजवादी पार्टी (सपा) गठबंधन की ओर से सपा की शालिनी यादव प्रत्याशी हैं।


 

Tamanna Bhardwaj