विरोधी कहते हैं BJP को रोको नहीं तो ये मुसलमानों को खा जाएंगे, इन मूर्खों को नहीं पता कि हम लहसुन-प्याज भी नहीं खातेः साक्षी

punjabkesari.in Monday, Dec 28, 2020 - 11:45 AM (IST)

उन्नावः अपने संसदीय क्षेत्र उन्नाव पहुंचे सांसद साक्षी महारान ने सांसद निधि से जनपद के पुरवा नगर पंचायत में 26 लाख की लागत से बन रहे भव्य पार्क का शिलान्यास किया। इसके साथ ही सांसद ने मंच से जमकर बयानबाजी की, उन्होंने बढ़ते हुए जनसंख्या पर कहा की समान नागरिक संहिता  सरकार शीघ्र ही जनसंख्या नियंत्रण कानून लाने वाली है जिसमें 2 बच्चों वाले परिवार को ही चुनाव लड़ने और अन्य तमाम सरकारी सुविधाओं का फायदा सिर्फ उन्हें ही मिलेगा|

मूर्खों को यह पता नहीं कि हम लहसुन प्याज भी नहीं खाते
सपा बसपा कांग्रेस कहते हैं रोको भाजपा को नहीं तो मुसलमान को खा जाएंगे इन मूर्खों को यह पता नहीं कि हम लहसुन प्याज भी नहीं खाते हैं मुसलमानों को कैसे खाएंगे। अब भाजपा को जिताने के लिए वोट देने लगा क्योंकि मोदी ने कहा है कि सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास हमने अब्दुल कलाम साहब को देश का राष्ट्रपति बनाया है।

भारत में अब दो विधान, दो विचार नहीं चलेंगे 
उन्होंने कहा कि भारत देश में अब  दो विधान दो विचार नहीं चलेंगे कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक सब पर एक ही कानून लागू होगा उक्त कार्यक्रम में जनसभा को संबोधित करते हुए  साक्षी महाराज ने कहा भाजपा विश्व की सबसे बड़ी लोकतांत्रिक पार्टी हैं हमारे प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे राष्ट्र को मुख्यधारा में जोड़ने का काम किया है। उन्होंने राम मंदिर ,धारा 370, 35A, तीन तलाक जैसी तमाम राष्ट्रीय समस्याएं चुटकी बजाकर हल कर दिया है।

जरा सी लालच में लोग बदल लेते हैं धर्म
उन्होंने अपने संबोधन में कहा तमाम लोग जरा से लालच में हिन्दू से धर्म बदलकर ईसाई और मुसलमान बनने वालों का आरक्षण समाप्त होना चाहिए। देश में समान नागरिक आचार संहिता व भारत देश मे बढ़ते हुए मुस्लिम जनसंख्या पर कहा कि बंटवारे के समय दो करोड़ थे आज 30 करोड़ से ज्यादा हो गए हैं। अब मुसलमानो का अल्पसंख्यक दर्जा समाप्त होना चाहिए। वह अब हिंदुओं के छोटे भाई बनकर रहें और स्वयं कहें कि हमको अल्पसंख्यक का दर्जा नहीं चाहिए आने वाले समय में चुनाव लड़ने और उन तमाम सरकारी सुविधाओं में दो बच्चे वाले परिवारों को प्राथमिकता दी जाएगी।

हिंदू- मुसलमान मिलकर लड़े थे आजादी की लड़ाई
साक्षी ने कहा कि आजादी की लड़ाई हिंदू मुसलमान दोनों मिलकर लड़े थे। फैजाबाद की जेल में पंडित बिस्मिल को फांसी लगाई गई तो वही अशफ़ाकउल्लाह को भी फांसी के फंदे पर लटकाया गया लेकिन नजर लग गई कुछ लोगों की स्वार्थ के लिए कुर्सी के लिए लोगों की कुर्सी के लिए देश का बंटवारा हुआ।

 

 

 

 

 

 

Moulshree Tripathi