हमारी संस्कृति राम राज्य की संकल्पना पर आधारित हैः CM योगी
punjabkesari.in Sunday, Nov 22, 2020 - 08:36 AM (IST)
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सिविल सेवकों को शासन की लोककल्याणकारी योजनाओं को जनता तक पहुंचाने के सार्थक प्रयास करने चाहिए । सीएम योगी ने सरकारी आवास पर पूर्व सिविल सेवा अधिकारी मंच और संकल्प फाउण्डेशन ट्रस्ट के संयुक्त आयोजन ‘वार्षिक व्याख्यान माला (वर्चुअल-2020) को सम्बोधित किया।
इस मौके पर ‘संस्कृति, प्रशासन और अध्यात्म' विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि सिविल सेवा के अधिकारी यदि देश और समाज के प्रति अपना फोकस बढ़ाएंगे, तो उसके सुपरिणाम देखने को मिलेंगे। उन्होंने कहा कि सिविल सेवकों को जनता के प्रति संवेदनशीलता बरतने के साथ-साथ अनुशासन का पालन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सिविल सेवा में आने वाले लोगों के पास कार्यपालिका की शक्तियां होती हैं। ऐसे में उन्हें संतुलित व्यवहार करने की आवश्यकता होती है।
उन्होंने आगे कहा कि उन्हें स्वयं को प्रलोभनों से बचाना चाहिए। सिविल सेवकों को आम जनता की समस्याओं का समाधान करते हुए उनसे जुड़ना चाहिए। उन्हें जनता के बीच अच्छी छवि बनाते हुए संवेदनशील प्रशासक बनना चाहिए। प्रशासनिक अधिकारियों को अपने कैरियर की शुरुआत सकारात्मकता से करनी चाहिए। उन्हें भारतीय मूल्यों को समझते हुए अपनी सोच में अध्यात्म का समावेश करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मनुष्य सृष्टि का सर्वश्रेष्ठ आध्यात्मिक जीव है। अध्यात्म व्यक्ति को सकारात्मक ऊर्जा से परिपूर्ण करता है। सकारात्मकता स्पष्ट दिशा देती है। इससे लक्ष्य तय करने में कोई सन्देह नहीं रहता। उन्होंने कहा कि आदि गुरू शंकराचार्य आध्यात्मिक सोच का उत्कृष्ट उदाहरण हैं। भिक्षा भारत की परम्परा का दिव्य गुण है। इससे भिक्षा देने वाले और भिक्षा लेने वाले, दोनों का अहंकार समाप्त होता है। हमारी संस्कृति हमेशा निष्काम कर्म की प्रेरणा देती है। यह राम राज्य की संकल्पना पर आधारित है।