ओवैसी बोले- भारतीय मुसलमानों का जिन्ना से नहीं है कोई लेना-देना, इतिहास पढ़े अखिलेश

punjabkesari.in Monday, Nov 01, 2021 - 05:34 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव में कुछ ही महीने का समय बचा है ऐसे में राजनीतिक पार्टियों का जुबानी हमला भी एक दूसरे पर जारी है। वहीं अखिलेश ने जिन्ना की तुलना महात्मा गांधी और सरदार पटेल से कर दी जिसे लेकर उत्तर प्रदेश में सियासत गर्म हो गई। भाजपा समेत कई पार्टी के नेताओं ने अखिलेश पर तंज कसा है। इसी क्रम में एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने अखिलेश को सलाह देते हुए कहा कि उन्हें अपने सलाहकारों को बदल देना चाहिए। अखिलेश यादव को खुद को शिक्षित होना चाहिए। ओवैसी ने अखिलेश यादव को इतिहास पढ़ने की सलाह भी दी। उन्होंने कहा कि भारत के मुसलमान ने 1947 में फैसला कर लिया था कि वो पाकिस्तान नहीं जाएंगे। जिन्ना से हमारा कोई ताल्लुक नहीं है अखिलेश को ये समझना चाहिए कि वो ये बात करके सोच रहे हैं, कोई एक तबका इससे खुश होगा तो वो गलत है'।

उल्लेखनीय है कि अखिलेश ने रविवार को हरदोई में एक जनसभा में जिन्ना द्वारा भारत की आजादी में दिये गये योगदान की सराहना की थी। सपा अध्यक्ष ने कहा था, ‘'सरदार वल्लभ भाई पटेल, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और (मोहम्मद अली) जिन्ना ने एक ही संस्थान से पढ़ाई की और बैरिस्टर बने तथा उन्होंने (देश को) आजादी दिलाई। वे देश की आजादी के लिए किसी भी तरीके से संघर्ष करने से पीछे नहीं हटे।" इस पर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा, ''सपा हमेशा से ही आतंकियों और देशद्रोहियों की सरपरस्त रही है।

सपा प्रमुख (अखिलेश यादव) ने राज्य की सत्ता में रहने के दौरान देश को असुरक्षित करने की साजिश रचने वाले आतंकवादियों के मुकदमे वापस लेने का प्रयास किया था।'' सिंह ने कहा कि जिन्ना का समर्थन इस देश की एकता के लिए अपना बलिदान देने वाले हर स्वतंत्रता सेनानी, सैनिक और राष्ट्रभक्त का अपमान है। उन्होंने आरोप लगाया, ''सपा व कुछ विपक्षी दलों को तुष्टिकरण की राजनीति के लिए देश व प्रदेश की सुरक्षा और गौरव के साथ खिलवाड़ करने से भी कोई गुरेज नहीं है।'' बाद में सिंह ने जिन्ना-प्रेमी-अखिलेश हैश टैग के साथ ट्वीट किया, “जिन्ना के प्रति इतना प्यार देख कर ऐसा लग रहा है कि भारत-पाकिस्तान मैच के बाद एक-दो फुलझड़ी आपने भी जला ली होगी।

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Ramkesh