मऊ में दो तरफ से दस्तक देकर पाकिस्तानी टिड्डियों ने मचाया आतंक, प्रशासन में हड़कंप

punjabkesari.in Saturday, Jun 27, 2020 - 04:38 PM (IST)

मऊः इन दिनों पाकिस्तानी टिड्डियों ने यूपी में आतंक मचाया हुआ है। वहीं अब कई टुकड़ियों में लाखों टिड्डियों ने मऊ जिले में दो तरफ से दसतक दे दी है। इस दौरान पूरा आसमान टिड्डियों से पट गया। पहला दल आजमगढ़ जनपद की ओर से चला, जो मुहम्मदाबाद गोहना तहसील के करहां, रानीपुर, काझा होते हुए गाजीपुर जनपद की ओर निकल गया। जबकि घाघरा नदी के किनारे आजमगढ़ की ओर से ही चला दल भी नदी का छोर पकड़े हुए गोरखपुर की तरफ चला गया। परंतु तीसरे टिड्डियों के दल ने मुहम्मदाबाद गोहना के बरामदपुर से लगायत कई किलोमीटर के दायरे में अपना डेरा डाल दिया। जमीन पर उतरे दल ने तबाही मचाना शुरू कर दिया है। जनपद में टिड्डियों के दल का हमला होने से किसानों और प्रशासन में हड़कंप मचा है।

इस बारे में कृषि विभाग के उपनिदेशक एस श्रीवास्तव ने बताया कि शुक्रवार की दोपहर में सबसे पहले करहां में टिड्डी दल ने दशतक दिया। टिड्डियों को देखने के लिए लोगों की निगाहें आसमान पर ही टिक गई। लेकिन यह टिड्डी दल आसमान में उड़ते हुए रानीपुर, काझा होते हुए मंसड़ी के बाद गाजीपुर जनपद की सीमा में प्रवेश कर गए। इससे लोगों को बड़ी राहत मिली। इसके थोड़ी ही देर बाद दोहरीघाट में घाघरा नदी के किनारे आजमगढ़ की तरफ से दूसरे दल ने जनपद में प्रवेश किया। इनका चौड़ाई में प्रसार मुहम्मदाबाद गोहना तक देखा गया। यह दल भी आसमान में उड़ते हुए गोरखपुर की ओर चले गये। मुहम्मदाबाद गोहना क्षेत्र में तीसरे दल ने हमला बोल दिया। लाखों की संख्या में टिड्डियों का झुंड बरामदपुर सहित आसमान में कई किलोमीटर के दायरे में जमीन पर उतर आया। पेड़ों पर, मैदानों में, फसलों पर, सड़कों किनारे और खेतों में उगी घासों पर टिड्डियों का समूह पट गया।

टिड्डियों के दल से अब फसलों के बर्बाद होने की संभावना प्रबल हो गई है। अगर इस दल ने डेरा डाले रखा तो किसानों की गाढ़ी कमाई सब्जियां, बाजरा, धान के बेहन सहित सभी फसलें चट कर जाएंगी। ऐसे में अगर जल्द इंतजाम नहीं किए गए तो कोरोना के दौरान लगे लॉकडाउन से परेशान किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ेगी। टिड्डियों को भगाने के लिए टिन, डिब्बे, थाली, सीटी की तेज आवाज कारगर है। इसके लिए सभी ब्लाकों में गठित टीम को सक्रिय कर दिया गया है। दिन में यह गतिशील रहते हैं। इसलिए छिड़काव करना उचित नहीं होता, रात में क्लोरोपाइरिफास किया जाएगा।

Tamanna Bhardwaj