दलितों को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करके छोड़ देती हैं पार्टियां: प्रीता हरित

punjabkesari.in Saturday, Feb 01, 2020 - 01:17 PM (IST)

मुजफ़्फरनगर: सिविल सर्विस छोड़कर समाज सेवा को निकली आईआरएस अधिकारी रहीं प्रीता हरित ने आज भोपा थाना क्षेत्र के गाँव गादला पहुंचकर रविदास मंदिर पर दलित समाज के सैकड़ों महिलाओं और पुरुषों को सम्बोधित किया।

उन्होंने कहा कि राजनीतिक पार्टियां दलित समाज को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल करके छोड़ देती हैं। समाज को अपने बच्चों को हाई एजुकेशन के साथ मान सम्मान के साथ ही आत्म सम्मान की लड़ाई लडऩे के लिए संघर्ष करना पड़ेगा। इससे पूर्व उन्होंने डॉ. अंबेडकर के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए भारत बंद के दौरान शहीद हुए दलित युवक अमरेश के परिजनों को कानूनी रूप से लड़ाई लड़कर न्याय दिलाने का आश्वाशन दिया। यहाँ पहुँचने पर ग्रामीणों ने उनका फूल मालाओं से जोरदार स्वागत किया।

प्रीता हरित ने कहा कि बाबा साहब द्वारा संविधान में दिए गए अधिकार का जितना फायदा दलितों को उठाना चाहिए था वह नहीं उठा पाए। देश के सभी राज्यों में दलित समाज काफी पिछड़ा हुआ है। जिसकी टीस के चलते उन्होंने सिविल सर्विस को छोड़कर दलित समाज के दबे कुचले लोगों को मुख्यधारा से जोडऩे के साथ उनके अधिकारों के बारे में जनजागरण अभियान चलाया है। जिसके चलते वह प्रदेशभर में दलित समाज को जगाने के लिए रात-दिन किए हुए हैं। दलित समाज को अपने बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाने के लिए संघर्ष करना पड़े तो वह पीछे नहीं हटेंगी। उनका मिशन है कि जो देश में दलित हैं, पिछड़े और माइनॉरिटी हैं उनके हकों की लड़ाई लडूं और उन्हें आत्म निर्भर बनाने के लिए चाहे संघर्ष करना पड़े पीछे नहीं हटेंगे।

Ajay kumar