यात्रीगण कृपया ध्यान दें! अब नहीं चलेंगी 33 वॉल्वो व स्कैनिया बस

punjabkesari.in Saturday, Jun 01, 2019 - 12:24 PM (IST)

लखनऊ: परिवहन निगम की एसी बस कंपनी के मालिक के मनी लॉड्रिंग में फंसने से यात्रियों की मुसीबतें बढऩे वाली हैं। प्रवर्तन निदेशालय ने बस कंपनी को परिवहन निगम से होने वाले भुगतान को सीज करा दिया है। इससे बस कंपनी के करीब 1.50 करोड़ रुपये फंस गए हैं। कंपनी ने आर्थिक संकट के चलते परिवहन निगम को एक जून से 33 एसी बसों का संचालन बंद करने का नोटिस दे दिया है। इनमें 20 लखनऊ, 8 गाजियाबाद और 5 वाराणसी परिक्षेत्र की एसी वॉल्वो व स्कैनिया बसें हैं। 

दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय ने परिवहन निगम से एसी बस कंपनी को होने वाले भुगतान पर रोक लगवाकर बाकी भुगतान सीज करा दिया है। इससे कंपनी के सामने आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है। जो एसी बसें एक जून से हट रही हैं उनमें कुछ का अनुबंध खत्म हो रहा था और कुछ को बदलना था। स्थिति ये है कि कंपनी के पास कर्मचारियों को वेतन देने के लिए रुपये तक नहीं हैं। ऐसे में नई एसी बस कैसे खरीद पाएगी। उधर, गाजियाबाद परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि 8 में से 4 एसी बसें हट चुकी हैं। इनमें 2 गाजियाबाद-देहरादून एवं 2 गाजियाबाद-बरेली के बीच चल रही थी जिनका लोड फैक्टर बेहतर था। 

बता दें कि लखनऊ परिक्षेत्र के आलमबाग अड्डे से 47 एसी बसें वॉल्वो एवं स्कैनिया बसों का संचालन होता है। एक जून से आलमबाग बेड़े से 20 एसी बसों के हटने से 27 बसें ही बचेंगी। यानी एसी बसें घटेंगी और यात्रियों की तादाद बढ़ेगी। इससे लखनऊ से दिल्ली, आगरा, जयपुर, देहरादून, प्रयागराज जाने वाले यात्रियों की परेशानी बढऩी तय है। वॉल्वो एवं स्कैनिया बस कंपनी ने एक जून से 33 वॉल्वो एवं स्कैनिया बसों का संचालन बंद करने का नोटिस दिया है। यात्रियों को कोई दिक्कत न हो, इसके लिए एसी बसों का वैकल्पिक इंतजाम करने की कोशिश हो रही है। 

यात्रियों के अनुसार दी जाएगी सुविधा
लखनऊ परिक्षेत्र परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक पल्वल बोस ने बताया कि हमारी जो 21 बसें हैं बंद हो गई हैं। ऐसे मार्ग जिनपर हमें अच्छी आय मिल रही थी या अधिक यात्रियों का आना जाना था। उन सर्विसेज को हमने जो बाकी 26 बसें थी उनके फेरों में वृद्वि की है। इसके अलावा 9 बसें हैं, जिनमें पिंक और जन्नत बसों को शामिल किया है। वहीं 10 बसें ऐसी हैं जिनकी आय अपेक्षा के रूप में कम है फिलहाल उन्हें स्थिर रखा है आगे जाकर उसपर कोई कार्य किया जाएगा। यात्रियों के अनुसार उन्हें सुविधा दी जाएगी। 

Ajay kumar