हैवान बने धरती के भगवान, आंत का ईलाज कराने गए मरीज की निकाली किडनी

punjabkesari.in Friday, May 12, 2017 - 01:44 PM (IST)

लखनऊ/बाराबंकीः यूपी के बाराबंकी जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जहां एक युवक ने लखनऊ के ट्रामा सेंटर के डॉक्टरों पर आरोप लगाया है कि धोखे से डॉक्टर ने उसकी किडनी ही निकाल ली है। युवक ने अपने साथ हुई इस नाइंसाफी की शिकायत भी मुख्यमंत्री योगी से की है और इंसाफ की गुहार लगाई है। इस मामले को जानकर जहां लोग आश्चर्यचकित हैं वहीं पीड़ित को इंसाफ की उम्मीद है।

ऑपरेशन के दौरान निकाल ली किडनी
दरअसल, बाराबंकी जिले के एक युवक का आरोप है कि उसका आंत का ऑपरेशन करने के दौरान चोरी-छिपे उसकी एक किडनी निकाल ली गई है। मामला राजधानी लखनऊ के केजीएमयू के ट्रामा सेंटर का है। जहां 19 फरवरी 2015 को गंभीर रूप से घायल बाराबंकी के रहने वाले पृथ्वीराज को घायल अवस्था में जिला अस्पताल से लखनऊ के ट्रामा सेंटर को इलाज के लिए रेफर किया गया था।

रेफर करने वाले डाक्टर पर भी लगे ये गंभीर आरोप
लखनऊ में इलाज के दौरान ही उसकी किडनी गायब हो गई। पीड़ित पृथ्वीराज के परिजनों का आरोप है कि उन्हें तब शक जरूर हुआ था जब रेफर करने वाला डाक्टर भी लखनऊ के अस्पताल में दिखा था। आरोप है कि वो ऑपरेशन करने वाले ट्रामा सेंटर के डॉ. आंनद मिश्रा व डॉ. आनंद तिवारी के संपर्क में लगातार बना हुआ था।

दुर्घटना का शिकार हो गया था पीड़ित
पत्नी के साथ-साथ तीन मासूम बच्चों और अपने मां-बाप को सहारा देने वाले पीड़ित पृथ्वीराज ट्रैक्टर चलाने के दौरान ही दुर्घटना का शिकार हो गया था। परिजनों का कहना है कि लखनऊ केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में उन्हें बताया गया कि उनके पेट की आंत फट गई है। जिसका ऑपरेशन होना जरूरी था।

ऑपरेशन के बाद पीड़ित एक महीने तक रहा भर्ती
लेकिन, उन्हें ये नहीं पता था की आंतों के ऑपरेशन के बहाने उनकी एक किडनी चोरी से निकाल ली जाएगी। ऑपरेशन के बाद पृथ्वीराज को एक महीने भर्ती भी रखा गया था। उन्हें 20 मार्च 2015 को डिस्चार्ज कर दिया गया। इसके बाद वो थोड़ा ठीक तो हुआ लेकिन, कमजोरी लगातार बनी रही। जिसके इलाज के लिए वो इन डाक्टरों के संपर्क में बना रहा।

अल्ट्रासाउंड हुआ तो  पता चला कि उसमें तो किडनी थी ही नहीं
जब मामला और गंभीर हुआ तो उसने बाराबंकी के प्राइवेट डाक्टर से संपर्क किया। जब अल्ट्रासाउंड हुआ तो सब चौंक गए, क्योंकि पता चला कि उसमें तो किडनी थी ही नहीं। पृथ्वीराज ने इसकी लिखित शिकायत बाराबंकी प्रशासन से भी की है। परिजनों का कहना है कि पुलिस ने इस मामले में जांच की बात कही है।