बिना पैसे लिए इंटरव्यू नहीं देता पवन जल्लाद, वीडियो हुआ वायरल

punjabkesari.in Saturday, Jan 11, 2020 - 01:05 PM (IST)

मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले का पवन जल्लाद निर्भया कांड के आरोपियों को 22 जनवरी को फांसी के फंदे पर लटकाएगा।  अभी तक आप ने जल्लाद के कई इंटरव्यू देखे होंगे । जल्लाद हर बार यही कहता है कि निर्भया कांड को अंजाम देने वाले आरोपियों को यही सजा होना ही चाहिए । इतना ही नहीं उसने इन आरोपियों को चौराहे पर फांसी देने की मांग भी किया था।

 हम आज आपको जल्लाद की हकीकत बताते हैं। यह मेरठ का पवन जल्लाद जो बिना रुपए लिए अपना इंटरव्यू भी नहीं देता । जी हां अखबार वाले हो या टीवी मीडिया से ताल्लुक रखने वाले लोग यह सभी से नोटों की डिमांड करता है । मौका देख कर कभी-कभी जल्लाद का रेट बढ़ जाता है । तो कभी जो दे दो उसमें भी काम चला लेता है । लेकिन जब से निर्भया के आरोपियों को फांसी देने का मामला सामने आया है तबसे जल्लाद के भाव बढ़ गए हैं ।

एक इंटरव्यू देने के 25 हजार रुपए तक की डिमांड जल्लाद के द्वारा की जाती है । यह प्रथा अब से नहीं बल्कि जल्लाद के दादा के समय से चल रही है। दरअसल पवन जल्लाद के दादा मम्मू जल्लाद ने रंगा बिल्ला को फांसी दी थी। जिसके बाद से जल्लाद को टीवी मीडिया ने कवर करना शुरू कर दिया।

 देश में किसी आतंकी या फिर किसी बड़े अपराधी को फांसी देने की आहट होती है। टीवी मीडिया जल्लाद से बातचीत करने की कोशिश करता है । लेकिन यह जल्लाद नोटों का यार है। बिना नोट लिए यह इंटरव्यू भी नहीं देता। बड़े बड़े चैनलों पर लाइव डिबेट में शामिल होने के नाम पर हजारों रुपए ऐठता है। निर्भया कांड के आरोपियों को कठोर से कठोर सजा देने की मांग करने वाले यह जल्लाद खुद भी पाक साफ नहीं है। इंटरव्यू देने के लिए जो खुद पैसे लेता है।

22 जनवरी को फांसी के फंदे पर लटकाने के लिए वॉरंट जारी
गौरतलब है कि दिल्ली की एक अदालत ने मंगलवार को ही इस मामले के चारों दोषियों मुकेश ठाकुर, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और अक्षय कुमार सिंह को 22 जनवरी की सुबह 7 बजे तिहाड़ जेल में मौत होने तक फांसी के फंदे पर लटकाने के लिए जरूरी वॉरंट जारी किए है। दक्षिण दिल्ली में 16 दिसंबर, 2012 की रात चलती बस में 6 व्यक्तियों ने निर्भया के साथ सामूहिक बलात्कार के बाद उसे बुरी तरह जख्मी करके मरने के लिए बाहर फेंक दिया था। निर्भया की बाद में 29 दिसंबर, 2012 को सिंगापुर के अस्पताल में मौत हो गई थी। इस केस के मुख्य आरोपी राम सिंह ने तिहाड़ जेल में खुदकुशी कर ली थी जबकि एक नाबालिग दोषी बहुत पहले ही रिहा हो चुका है।

Ajay kumar