केंद्र सरकार पर अखिलेश का तंज- नोटबंदी की सबसे बड़ी उपलब्धि बैंक लाइन में जन्मा 'खजांची'

punjabkesari.in Friday, Nov 08, 2019 - 02:50 PM (IST)

लखनऊः नोटबंदी के तीन साल पूरे होने पर विपक्ष योगी सरकार को घेरने की तैयारी में हैं। इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव प्रेस कॉन्फ्रेंस की। खास बात ये रही कि वह नोटबंद के दौरान बैंक के बाहर जन्में खजांची को साथ लेकर पीसी की। अखिलेश ने पीसी शुरु करने से पहले खजांची का केक काटकर जन्मदिन मनाया। इसके साथ ही नोटबंदी की तीसरी सालगिरह पर अखिलेश ने किताब का विमोचन किया। किताब का शीर्षक है नोटबंदी एक मानव निर्मित त्रासदी।

नोटबंदी की सबसे बड़ी उपलब्धि 'खजांची'
नोटबंदी की आड़ में सरकार पर तंज कसते अखिलेश ने कहा कि नोटबंदी से चाहे किसी का भला हुआ हो या ना हुआ हो, लेकिन नोटबंदी की ये बड़ी उपल्बधी की बैंक की लाइन में खजांची हुआ। उन्होंने कहा कि नोटबंदी से कितना इनवेसमेंट बढ़ा है, इसकी सरकार जानकारी दे।

लोगों के झूठे मुकदमों में फंसा रही पुलिस-अखिलेश
कानून-व्यावस्था को लेकर उन्होंने कहा कि यूपी पुलिस लोगों के झूठे मुकदमों में फंसा रही है। ये पुलिस अन्याय कर रही है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि यूपी में कहीं भी बेटियां सुरक्षित नहीं है। कोई भी सुनवाई करने वाला नहीं है। अखिलेश ने कहा कि हर जगह भरतीय जनता पार्टी के लोग अपराधियों की पीछे से मदद कर रहे हैं।

गेस्ट हाउस केस वापस लेने पर मायावती का किया धन्यावाद
वहीं मायावती के गेस्ट हाउस कांड वापस लेने पर अखिलेश ने कहा कि हम उनका दिल से धन्यावाद करते हैं। इसके साथ ही उन्होंने पीएम घोटाले पर कहा कि इतना बढ़ा भ्रष्टाचार कैसे हो गया। अखिलेश यादव ने कहा कि पीएफ घोटाले के बाद आने वाने समय में सबसे बड़ा शौचालय घोटाला भी निकल कर सामने आएगा।

जानिए कौन है 'खजांची'
गौरतलब है कि खजांची वो बच्चा है जिसका जन्म नोटों की बदली के दिनों में पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की एक ब्रांच में हुआ था। 2 दिसंबर, 2016 को खजांची के जन्म से पहले उसकी मां बैंक की कतार में पैसे लेने के लिए घंटों से खड़ी थी। पीएनबी की ये ब्रांच कानपुर देहात के झींझट कस्बे में हैं। जिसका नाम अखिलेश यादव ने खजांची रखा था।

अखिलेश ने उस वक्त परिवार की आर्थिक मदद भी की थी। 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान अपनी चुनावी सभा में अखिलेश ने खजांची के नाम का कई बार जिक्र किया था। खंजाची की मां सर्वेशा देवी खुद विकलांग है और उनके पति का निधन ‘खजांची नाथ’ के जन्म से पांच महीने पहले ही हो चुका था।

 

Tamanna Bhardwaj