भाजपा के कुशासन से जनता तंग, उपचुनाव में देगी जवाब: सपा

punjabkesari.in Tuesday, Oct 20, 2020 - 05:43 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में होने वाले उपचुनाव को लेकर राजनीतिक पार्टियाँ एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाना शुरू कर दी है। इसी क्रम में सपा प्रवक्ता ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि उपचुनाव में जनता भाजपा को सबक सिखाएगी। वहीं बसपा नेता लालजी वर्मा ने कहा कि अधिकांश सीटों पर पार्टी के उम्मीदवारों को दूसरों के मुकाबले बढ़त हासिल है। बसपा दूसरी बार राज्य में उपचुनाव लड़ रही है।  जौनपुर जिले की मल्हनी विधानसभा सीट को छोड़कर, सभी छह सीटें भाजपा के कब्जे में थीं, इसलिए इस चुनाव में सभी की निगाहें सत्तारुढ़ पार्टी की है। सात सीटों के लिए कुल मिलाकर 88 उम्मीदवार मैदान में हैं। नामांकन प्रक्रिया सोमवार को समाप्त हुई। बुलंदशहर सीट पर सबसे ज्यादा 18 उम्मीदवार हैं जबकि घाटमपुर (आरक्षित) सीट पर सबसे कम छह प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।  

जौनपुर की मल्हनी सीट के लिए भाजपा ने मनोज सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया। सिंह इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्र संघ के नेता रह चुके हैं। जबकि सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी - समाजवादी पार्टी ने लकी यादव को मैदान में उतारा है, जिनके पिता पारसनाथ यादव ने 2017 के विधानसभा चुनावों में जीत हासिल की थी। उनके अचानक निधन के कारण यह सीट पर उपचुनाव हो रहा है। इस सीट पर बहुजन समाज पाटर्ी(बसपा) ने जय प्रकाश को टिकट दिया है, जबकि कांग्रेस ने राकेश मिश्रा को सीट के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है। इस बीच, पूर्व सांसद धनंजय सिंह ने एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया।  

उन्नाव जिले की बांगरमऊ सीट भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर द्वारा बलात्कार के मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद खाली हुई है। अब भाजपा ने इस सीट से श्रीकांत कटियार को मैदान में उतारा है, जबकि सपा ने सुरेश कुमार पाल को और बसपा ने महेश प्रसाद को टिकट दिया है। कांग्रेस ने आरती बाजपेयी को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। बाजपेई स्वर्गीय उमाशकर दीक्षित के परिवार से हैं, जो जवाहर लाल नेहरू मंत्रिमंडल में मंत्री थे। इस सीट पर भाजपा के पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर का दबदबा रहा है। इस बार सेंगर या उनके परिवार से कोई संबंध नहीं है। इस सीट को बरकरार रखने के लिए भाजपा का असली लिटमस टेस्ट होगा।

फिरोजाबाद जिले की टूंडला सीट सपा के बघेल के 2019 में भाजपा से सांसद चुने जाने के बाद खाली हो गई थी। भाजपा ने प्रेमपाल धनगर को अपना उम्मीदवार बनाया था। समाजवादी पार्टी ने महाराज सिंह धनगर को, जबकि संजीव कुमार चक को बसपा से और स्नेहा लता को कांग्रेस से मैदान में उतारा है।

Ramkesh