ताजनगरी में एक ऐसा भी गांव, जहां ईद पर मांगी जाती है कब्रिस्तान के लिए दुआ

punjabkesari.in Saturday, Dec 09, 2017 - 10:58 AM (IST)

आगरा: ताजनगरी के पास एक ऐसी जगह है जहां रहने वाले मुस्लिम समुदाय के हर घर में कब्रें हैं। यहां के लोग ईद की दुआओं में अपने लिए पैसा दौलत या खुशी नहीं बल्कि कब्रिस्तान मांगते हैं। दरअसल आगरा के एक गांव में मुस्लिम परिवारों को उनके दिवंगत प्रियजनों को दफनाने के लिए घरों के पिछले बरामदे का प्रयोग करना पड़ता है क्योंकि पूरे गांव में कोई भी कब्रिस्तान नहीं है।

जानकारी के मुताबिक मामला आगरा-जयपुर मार्ग पर स्थित किरावली तहसील के अछनेरा इलाके का है। जहां 6 पोखर गांव में कोई भी कब्रिस्तान नहीं है और सरकार ने भी उनको कोई जगह उपलब्ध नहीं कराई है। गांव के प्रधान सुंदर सिंह ने बताया कि कब्रिस्तान के लिए गांव में उपलब्ध जमीन तालाब में बदल चुकी है, जिसमें पानी भरा हुआ है। इसी वजह से किसी व्यक्ति की मौत होने पर उसको घर के पिछले हिस्से में दफनाना पड़ता है।

सुंदर सिंह ने बताया कि हम लोगों ने एसडीएम से लेकर डीएम तक गुहार लगाई, लेकिन अभी तक कोई ठोस आश्वासन जिला प्रशासन की तरफ से नहीं मिला हैं। उन्होंने कहा कि घर में कब्र होने के चलते बच्चे और महिलाएं आए दिन डरकर बीमार भी होती रहती हैं। इसलिए योगी सरकार से मांग की गई है कि जल्द से जल्द ग्राम समाज की चिह्नित जमीनों में से कोई भी जमीन कब्रिस्तान के लिए अावंटित करने का आदेश पारित करें।

एसडीएम अरूण कुमार ने बताया कि मामला हमारे संज्ञान में आया है। उक्त गांव में कब्रिस्तान के लिए जमीन सरकारी अभिलेखों में भी दर्ज नहीं है और जो जमीन पहले मौजूद थी, वह अब तालाब में बदल चुकी है। उन्होंने बताया कि शासन को दूसरा प्रस्ताव भेजा जा रहा है ताकि जल्द से जल्द गांववालों को कब्रिस्तान के लिए जगह मिल सके।