इस्तीफे के बाद बोले चीफ प्रॉक्टर- JNU से आए लोगों ने BHU में लड़कियों को भड़काया

punjabkesari.in Thursday, Sep 28, 2017 - 11:02 AM (IST)

वाराणसीः बीएचयू के चीफ प्रॉक्टर ने छात्राओं पर हुए लाठीचार्ज के मामले की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए इस्तीफा दे दिया था। जिसके ऊपर कार्रवाई करते हुए कुलपति ने कल उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया। इस्तीफे के बाद चीफ प्रॉक्टर ने कहा कि JNU से आए लोगों ने BHU में लड़कियों को हिंसा करने के लिए भड़काया है।

उन्होंने कहा कि बीएचयू में हिंसा का कारण JNU है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के चलते JNU और हैदराबाद से असामाजिक तत्व कैंपस में आए थे और धरने में शामिल होकर लड़कियों को उपद्रव के लिए उकसाया। बीएचयू में सिक्युरिटी गार्ड्स और बुनियादी सुविधाओं की भी कमी है।

कुलपति ने की छात्रों से मुलाकात
उल्लेखनीय है कि 23 सितंबर की रात हिंसक घटनाओं के बाद तनावग्रस्त छात्राओं से कुलपति प्रो. गिरीश चन्द्र त्रिपाठी ने देर शाम मुलाकात कर उन्हें पर्याप्त सुरक्षा देने का भरोसा दिया था। विश्वविद्यालय की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, प्रो. त्रिपाठी ने स्वयं त्रिवेणी महिला छात्रावास जाकर छात्राओं से मुलाकात की तथा उनकी समस्याएं सुनीं। कुलपति ने छात्राओं की समस्याएं प्राथमिकता के आधार पर शीघ्र समाधान करने के आश्वासन दिए।

CCTV कैमरों की हुई व्यवस्था
उन्होंने छात्रावासों के आसपास समुचित प्रकाश एवं सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था करने की प्रक्रिया शुरू करने की जानकारी छात्राओं को दी। इसके अलावा महिला छात्रावासों में महिला सुरक्षाकर्मियों की तैनाती और विश्वविद्यालय की विभिन्न सुरक्षा कमेटियों में छात्राओं को उचित प्रतिनिधित्व देने का आश्वासन दिया है।  दहशरा एवं अन्य त्यौहारों की छुट्टियों के कारण कई छात्र-छात्राएं पहले ही अपने घरों को जाने लगे थे, लेकिन भड़की हिंसक घटना से उनकी संख्या काफी बढ़ गई। फिलहाल, महिला छात्रावासों में कुछ छात्राएं ही रह रही हैं। विश्वविद्यालय आगामी 2 अक्टूबर तक दशहरा एवं अन्य त्यौहारों के कारण बंद है।

दमकल की गाड़ियों भी होगी मौजूद
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि विश्वविद्यालय परिसर में कल से किसी प्रकार के विरोध प्रदर्शन एवं हिंसा की घटना नहीं हुई है। यहां काफी हद तक शांति का माहौल दिख रहा है, लेकिन एहतियात के तौर पर सुरक्षा निगरानी की जा रही है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार ‘सिंहद्वार’ तथा उससे कुछ दूरी पर महिला महाविद्यालय, कुलपति निवास तथा त्रिवेणी छात्रावास संकुल सहित तमाम महिला छात्रावासों के आसपास एहतियात के तौर पर पर्याप्त संख्या में पुलिस एवं विश्वविद्यालय के सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। विश्वविद्यालय के मुख्यद्वार के बाहर पुलिस के आला अधिकारी डेरा डाले हुए हैं। किसी अप्रिय घटना से निपटने के लिए दमकल गाड़ी मौजूद हैं।