यूपी में बेहद खतरनाक मंसूबों के साथ काम कर रहा PFI, जांच में हुए चौंकाने वाले खुलासे

punjabkesari.in Friday, Sep 30, 2022 - 06:06 PM (IST)

लखनऊ: पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) पर शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। पुलिस व जांच एजेंसियां कानपुर में भी पीएफआई कनेक्शन की तलाश में जुटी हैं। वहीं जांच के दौरान कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं, जो साबित करतीं है क‍ि पीएफआई कितने खतरनाक मंसूबों के साथ आगे बढ़ रहा था।

यूपी पुलि‍स के टॉप सोर्स के मुताबिक, पीएफआई ने मुसलमानों को भी कई कैटेगरी में बांट रखा था। मसलन कुछ मुस्लिमों को वो सिर्फ और सिर्फ चंदा लेने के लिए टारगेट करते थे, जिससे अपने संगठन को फाइनेंसियली मजबूत किया जा सके। इसके बाद वह सबसे ज्यादा स्‍टूडेंट ग्रुप्‍स पर ध्यान देता था, जो मुस्लिम यूथ को आईएस आर्गेनाइजेशन के साथ जोड़ सके। मुस्लिम युवक मदरसों में जाकर दिनी तालीम लें यह पीएफआई के एजेंडे में सबसे ऊपर होता था।

खुद का यूट्यूब चैनल चलाता था बेग
इस जांच में सबसे खतरनाक तथ्य जांच में यह सामने आया है क‍ि पीएफआई के लोग शरीयत की बातों को मुस्लिम युवाओं को जोड़ तोड़कर अपने एजेंडे के हिसाब से सबको बताते थे, ताकी अपने एजेंडे को चलाने में मदद मिल सके। उदाहरण के तौर पर लखनऊ से गिरफ्तार अहमद बेग जाक‍िर अपने नाम से खुद का यूट्यूब चैनल चलाता था और इसमें वो काफी तकरीरे भी करता था।

भाषणों से मुस्लिम युवाओं को भड़काने का काम भी करता था बेग 
खुद को मोटिवेशनल स्पीकर बताने वाला बेग अपने जिहादी भाषणों से मुस्लिम युवाओं को भड़काने का काम भी करता था, ताकी टारगेट को आसानी से कट्टर बना सके। पीएफआई अपने जिहादी मिशन मे लड़कों को भर्ती करने के बाद उनको अपनी पॉल‍िट‍िकल व‍िंग में भी ट्रेनिंग देता था, ताकि उनको पॉल‍िट‍िकली लोगों को जोड़ने मे जरा भी कठिनाई न हो। लखनऊ की एक टेक्निकल यूनिवर्सिटी के कुछ छात्र भी इन लोगों की मदद कर रहे थे, ताकी सोशल मीडिया पर भी पीएफआई अपना एजेंडा तेजी के साथ फैला सके। 

Content Writer

Tamanna Bhardwaj