PM मोदी ने ''काशी तमिल संगमम'' का किया उद्घाटन, कहा-काशी तमिल संगमम बनेगा राष्ट्रीय एकता का प्लेटफार्म

punjabkesari.in Saturday, Nov 19, 2022 - 06:31 PM (IST)

वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां एक महीने तक चलने वाले कार्यक्रम 'काशी तमिल संगमम' का शनिवार को उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य काशी और तमिलनाडु के विद्वानों, विद्यार्थियों, दार्शनिकों, व्यापारियों, कारीगरों, कलाकारों सहित जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों को एक मंच पर लाना तथा अपने श्रेष्ठ परंपराओं को साझा करना और एक दूसरे के अनुभव से सीखने का अवसर प्रदान करना है। कार्यक्रम में तमिलनाडु के 2,500 से अधिक प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। इस अवसर पर, दोनों क्षेत्रों के हथकरघा, हस्तशिल्प, पुस्तकों, वृत्तचित्रों, व्यंजनों, कलाकृतियों, पर्यटन स्थलों आदि की एक प्रदर्शनी भी यहां लगाई गई है। कार्यक्रम की दो क्रियान्वयन एजेंसियां भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान-मद्रास और वाराणसी हिंदू विश्वविद्यालय हैं। कार्यक्रम में उप्र की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे।



 अनंत संभावनाओं और सामर्थ्य को समेटे हुए है ‘काशी तमिल संगमम': मोदी
 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार ‘काशी तमिल संगमम' का उद्घाटन करते हुए इसे गंगा-यमुना के संगम की भांती पवित्र और सामर्थ्यवान बताया। महादेव की नगरी काशी में सभी का ‘काशी तमिल संगमम' में हृदय से स्वागत करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘‘विश्व के सबसे प्राचीन जीवंत शहर काशी की पावन धरती पर आप सभी को देखकर आज मन बहुत प्रसन्न हो गया है।'' प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हमारे देश में संगमों की बड़ी महिमा, बड़ा महत्व रहा है। नदियों और धाराओं के संगम से लेकर विचारों-विचाराधाराओं, ज्ञान-विज्ञान और समाजों संस्कृतियों के हर संगम को हमने सेलिब्रेट किया है। यह उत्सव वास्तव में भारत की विविधताओं और विशेषताओं का उत्सव है। और इसलिए काशी तमिल संगमम अपने आप में विशेष है, अद्वितीय है।'
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हमारी सांस्कृतिक राजधानी काशी
काशी तमिल संगमम' को अनंत संभावनाओं और सामर्थ्य से युक्त बताते हुए उन्होंने कहा, ‘‘आज हमारे सामने एक ओर पूरे भारत को अपने आप में समेटे हमारी सांस्कृतिक राजधानी काशी है तो दूसरी ओर, भारत की प्राचीनता और गौरव का केंद्र, हमारा तमिलनाडु और तमिल संस्कृति है। गंगा-यमुना के संगम जैसा पवित्र यह संगमम अनंत संभावनाओं और सामर्थ्य को समेटे हुए है।''



उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु के बीच ‘काशी-कांची' का संबंध
उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु के बीच ‘काशी-कांची' का संबंध जोड़ते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘दोनों क्षेत्र, संस्कृत और तमिल जैसी विश्व की सबसे प्राचीन भाषाओं के केंद्र हैं। काशी में बाबा विश्वनाथ हैं तो तमिलनाडु में भगवान रामेश्वरम का आशीर्वाद है। काशी और तमिलनाडु दोनों शिवमय हैं। एक स्वयं में काशी है, तो तमिलनाडु में दक्षिण काशी है। 'काशी-कांची' के रूप में दोनों की सप्तपुरियों में अपनी महत्ता है।'' इस एक महीने लंबे आयोजन के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने काशी और तमिलनाडु के सभी लोगों के साथ-साथ काशी हिन्दू विश्वविद्यालय (बीएचयू) और आईआईटी, मद्रास की प्रशंसा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को यहां 'काशी तमिल संगमम' का उद्घाटन किया। 

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Ramkesh