अक्षय पात्र कार्यक्रम में पहुंचे PM मोदी, 'सरस्वती वंदना' गाकर बच्चों ने किया स्वागत

punjabkesari.in Monday, Feb 11, 2019 - 01:31 PM (IST)

वृंदावनः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को वृंदावन में मिड डे मील उपलब्ध कराने वाले विश्व के सबसे बडे गैर सरकारी संगठन अक्षय पात्र फाउंडेशन की 30 करोडवीं थाली परोसी। मोदी ने यहां चंद्रोउदय मंदिर परिसर में आयोजित भव्य समारोह में इस संगठन के लाभार्थी 6 बच्चों को मिठाई का डिब्बे प्रदान किया और इस अवसर को यादगार बनाने के लिए स्मृति पट्टिका का अनावरण किया। उन्होंने इस्कॉन के संस्थापक श्रीला प्रभुपाद के विग्राह पर पृष्पांजलि अपर्ति की।

उन्होंनेे फाउंडेशन के न्यासी मोहन दास पायी और अध्यक्ष मुध पंडित दासा की वैज्ञानिक और आधुनिक रसोई की अनुपम पहल के लिए सराहना की। मोदी ने इसके बाद कुछ बच्चों उत्तर भारत व्यंजन की थाली परोसी।उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक , मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मथुरा की सांसद हेमा मालिनी ने भी इस समारोह में शिरकत की।

योगी ने संस्थान के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए हर संभव सहायता मुहैया कराने का आश्वासन दिया। फाउंडेशन के अध्यक्ष दासा ने मोदी के इस पर अवसर पर उपस्थित होने पर आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि वृंदावन में इस फाउंटेशन की सबसे बडी रसोई चलती है। और देश के अन्य राज्यों में भी ऐसी रसोई खोले जाने की बडी योजना है।

यहां पहुंचते ही पीएम ने मंच से कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि आज थोड़ी देर बाद मुझे कुछ बच्चों को अपने हाथ से खाना परोसने का अवसर मिलने वाला है। जितनी थालियां परोसी जाएंगी, उसमें से एक थाली 3 अरबवीं है।

उन्होंने कहा कि जैसा कि यहां बताया गया है कि 1500 बच्चों से ये अभियान शुरु हुआ था और आज 17 लाख बच्चों को पोषक आहार से जोड़ रहा है। अब बदली परिस्थितियों में पोषकता के साथ, पर्याप्त और अच्छी गुणवत्ता वाला भोजन बच्चों को मिले, ये सुनिश्चित किया जा रहा है। इस काम में अक्षय पात्र से जुड़े आप सभी लोग, खाना बनाने वालों से लेकर खाना पहुंचाने और परोसने वाले तक के काम में जुटे सभी व्यक्ति देश की मदद कर रहे हैं। यदि हम सिर्फ पोषण के अभियान को हर माता, हर शिशु तक पहुंचाने में सफल हुए तो अनेक जीवन बच जाएंगे। पिछले वर्ष सितंबर के महीने को पोषण के लिए ही समर्पित किया गया था। मिशन इंद्रधनुष के तहत देश के हर बच्चे तक पहुंचने का लक्ष्य लिया गया। गौ माता के दूध का कर्ज इस देश के लोग नहीं चुका पाएंगे। गाय हमारी संस्कृति और परंपरा का महत्वपूर्ण हिस्सा रही हैं।

 

Tamanna Bhardwaj