पुलिस लाठीचार्ज में शिक्षक राम आशीष की मौत, परिजनों का रो रोकर बुरा हाल

punjabkesari.in Thursday, Dec 08, 2016 - 02:41 PM (IST)

महाराजगंज(गुलाम गौस): लखनऊ के हजतरगंज क्षेत्र में पुरानी पेंशन की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों पर बुधवार को पुलिस ने जमकर लाठियां बरसाईं। लाठीचार्ज में शिक्षक राम आशीष सिंह की मृत्यु हो गई और 12 से अधिक घायल हो गये। आशीष के मौत की खबर जैसे ही परिजनों को चली घर में कोहराम मच गया। परिवार वालों का रो रोकर बुरा हाल है। 

क्या है मामला?
‘अटेवा पेंशन बचाओ मंच’ के प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार ‘बन्धु’ ने बताया कि अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर वापस लौट रहे शिक्षकों पर शक्ति भवन के पास पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इस घटना में कुशीनगर हाटा क्षेत्र में स्थित गांधी स्मारक इण्टर कालेज के शिक्षक अशीष सिंह (38) गंभीर रूप से घायल हो गये जिनकी सिविल अस्पताल में मृत्यु हो गई। उनका कहना है कि लाठीचार्ज उस समय किया गया जब शिक्षक विधानभवन के सामने प्रदर्शन के बाद वापस जा रहे थे। उन्होंने कहा कि लाठीचार्ज में तीन शिक्षकों की हालत गंभीर है।

नौकरी और 1 करोड़ रुपया मुआवजा की मांग
विजय कुमार ‘बन्धु’ ने मृतक शिक्षक के परिवार को एक करोड़ रुपया मुआवजा और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने की मांग की है। बन्धु ने कहा कि जब तक सिविल अस्पताल में मुख्यमंत्री अखिलेश यादव नहीं आयेंगें तब तक शव को नहीं उठाने दिया जायेगा। उन्होंने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। सिविल अस्पताल में सैकड़ों प्रदर्शनकारी शिक्षक जमा हैं। घटना के बाद अस्पताल के आसपास बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। 

परिजनों का रो रोकर बुरा हाल
राम आशीष सिंह की मृत्यु पर परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। आशीष की पत्नी को जैसे ही खबर लगी वह दहाड़ मार कर रोने लगी। आशीष के 2 जुड़वा बच्चे हैं जो 4 साल के हैं। भाई रामप्रवेश सिंह बच्चे को गोद में लिये हुए था। यह दृश्य देख कर वहां मौजूद लोग अपने आप को रोने से नहीं रोक पाये। रामप्रवेश ने बताया कि उन्हें पता नहीं था कि वह लखनऊ गए हुए हैं। अचानक पता चला कि पुलिस लाठीचार्ज में उनकी मौत हो गई है।  

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