योगी सरकार के आदेश पर गायत्री प्रजापति की सहायता करने वाला पुलिस अधिकारी निलंबित

punjabkesari.in Thursday, Apr 27, 2017 - 10:46 AM (IST)

अमेठीः यूपी के अमेठी जिले के मुंशीगंज थाने में तैनात इंस्पेक्टर आर.के. सिंह को रेप के आरोपी पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति की सहायता करना महंगा पड़ गया। आरोप है कि रेप के मामले में पूर्व मंत्री के जमानत के कागजात को वैरीफीकेशन कराने के लिए इंस्पेक्टर ने दबाव बनाया था। जिसकी जानकारी होने पर एसपी ने उन्हें निलंबित कर दिया है।

गायत्री को मिली थी जमानत
जानकारी के अनुसार मंगलवार राजधानी लखनऊ की पास्को कोर्ट ने रेप के मामले में आरोपी पूर्व मंत्री गायत्री को जमानत दिया था। पूर्व मंत्री के जमानत में लगे गारंटी पेपर्स वैरीफीकेशन के लिए वहां से अमेठी भेजा गया। इस बीच आरोप है कि अमेठी के मुंशीगंज थाने के इंस्पेक्टर आर.के. सिंह ने जो कि मंत्री के खासमखास वर्दीधारियों में शुमार हैं, ने सम्बंधित पेपर्स को प्राइवेट मंगवा लिया। ये भी आरोप है कि पेपर्स मिलते ही इंस्पेक्टर ने सम्बंधित थाने पर दबाव बनाया कि तत्काल वैरीफीकेशन करके पेपर्स उन्हें दिया जाए।

मोबाइल ट्रेसिंग से हुआ खुलासा 
जानकारी के अनुसार हाईप्रोफाइल मामला होने के चलते प्रशासन इस मामले में निगाह बनाए हुए था। सूत्र बताते हैं कि इंस्पेक्टर और पूर्व मंत्री के करीबियों के मोबाइल ट्रेसिंग पर थे, जिससे यह खुलासा हो सका। इसके बाद शासन ने इंस्पेक्टर को निलंबित करने का निर्देश पारित कर दिया।

वैरीफीकेशन में लगता है वन वीक का टाइम: एसपी 
फिलहाल पूर्व मंत्री की जमानत से सम्बंधित पेपर्स को तत्काल पूरा कराने के दबाव में अमेठी एसपी अनीस अहमद अंसारी ने उन्हें शासन के निर्देश पर निलंबित कर दिया है। एसपी ने बताया कि गैर जनपद के जमानत के पेपर्स वैरीफीकेशन में कम से कम एक सप्ताह का समय लगता है। लेकिन एक दिन में हुए इस वैरीफीकेशन में कुछ न कुछ संदेहास्पद पहलू छिपा है जिसकी जांच कराई जा रही है।