डॉक्टर के फार्म हाउस पर पुलिस का छापा, गौरक्षा के नाम पर करता था गायों की हत्या

punjabkesari.in Saturday, Apr 01, 2017 - 01:44 PM (IST)

बहराइचः बहराइच के एक गौशाला में ही गौरक्षा के नाम पर पशु क्रूरता का मामला सामनें आया है। बता दें कि एडीशनल सीएमओ जेएन मिश्रा के फार्म हाउस पर प्रशासन की संयुक्त टीम ने गायों को मार कर दफनाने की सूचना पर छापेमारी की थी। उन्हें छापेमारी के दौरान अवैध ढंग से निर्मित की जा रही आयुर्वेदिक दवाओं के पैकेट, कैप्सूल और टैबलेट भी बरामद हुए हैं। संभावना जताई जा रही है की आयुर्वेदिक दवाओं का निर्माण करने के लिए गायों की हत्याएं कर लाश को दफना दिया गया है। वहीं इस मामले में पशु क्रूरता अधिनियम का मामला भी दर्ज कर लिया गया है।

सूचना के आधार पर हुई छापेमारी
जानकारी के अनुसार यह मामला बहराइच जिले के फखरपुर थाना क्षेत्र के बुबकापुर गांव का है। जहां बहराइच जिला अस्पताल के एडीशनल चिकित्सा अधिकारी डॉ. जेएन मिश्रा का फार्म हाउस बहराइच-लखनऊ मार्ग स्थित मरौचा गांव के पास है। प्रशासन को सूचना मिली थी कि सीएमओ के फार्म हाउस में कुछ गायों को मारकर दफना दिया गया है। सूचना मिलने पर अपर पुलिस अधीक्षक दिनेश त्रिपाठी और एसडीएम कैसरगंज अमिताभ यादव की अगुवाई में पुलिस व प्रशासन की संयुक्त टीम ने फार्म हाउस पर छापेमारी की।

खुदाई के दौरान मिले गायों के शव, मचा हड़कंप
छापेमारी के दौरान पशु चिकित्सा विभाग की टीम भी मौजूद रही। फार्म हाउस के अलग-अलग हिस्से में थोड़ी खुदाई कराकर जांच की गई तो कई मवेशियों के शव अंदर होने की बात सामने आई। इन्हें लगभग 6 महीने के अंदर दफनाया गया था। लाशें मिलने के बाद हड़कंप की स्थिति पैदा हो गई। प्रशासनिक अधिकारी पूरे मामले की जांच में जुट गए। फार्म हाउस के एक कमरे में छापेमारी के दौरान आयुर्वेदिक पद्धति से निर्मित कुछ दवाएं भी बरामद हुई। जिसमें कैप्सूल के कुछ खाली पैकेट और गोलियां भी बरामद हुईं।

पशु क्रूरता अधिनियम का मुकदमा दर्ज
बरामदगी होने पर प्रशासन ने पूरे फार्म हाउस को सीज कर दिया है। फार्म हाउस की सुरक्षा में पुलिस की तैनाती कर दी गई है। प्रशासन को फार्म हाउस में बांधकर रखी गई 45 गाय और 11 बछड़े भी मिले हैं। इन सभी को भी सुरक्षित करने का प्रयास शुरू कर दिया गया है। एएसपी दिनेश त्रिपाठी का कहना है कि छापेमारी के दौरान फार्म हाउस पर कोई कर्मचारी मौजूद नहीं मिला है। सभी कर्मचारी फरार हो गए हैं। इस मामले में बुबकापुर निवासी स्वामी महाराज की तहरीर पर फखरपुर थाने में पशु क्रूरता अधिनियम का मुकदमा दर्ज किया गया है।

हमने गायों से कोई लाभ नहीं कमायाः आरोपी
दूसरी ओर आरोपी फार्म हाउस मालिक एडिशनल सीएमओ डॉ जेएन मिश्रा का कहना है कि उन्होनें 9 बछियों से गौशाला की शुरुआत की थी और मकसद गौसेवा था, लेकिन चारे-पानी से तंग आकर ग्रामीण अपनी कमजोर और बीमार गायों को फार्म हाउस पर बांध जाते थे। जिनकी सेवा करना भी उनकी जिम्मेदारी बन गई थी। उन्होनें कहा कि हमनें अपनी क्षमता के मुताबिक उनकी सेवा की, लेकिन जब उनकी मौत हो गई तो उन्हें फार्म हाउस में दफना दिया। उनका कहना है कि उन्होनें गायों से कोई लाभ नहीं कमाया है।