माफिया अतीक अहमद के दफ्तर पर पुलिस ने मारा छापा, 11  पिस्टल और कैश किया बरामद

punjabkesari.in Tuesday, Mar 21, 2023 - 07:59 PM (IST)

प्रयागराज: बहुचर्चित राजू पाल हत्याकांड (Raju Pal Murder) के मुख्य गवाह उमेश पाल (Umesh pal Murder) की हत्या मामले की जांच कर रही पुलिस के हाथ बड़ी सफलता मिली है। दरअसल, उमेश पाल हत्या मामले में माफिया बाहुबली अतीक अहमद के संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। इसी क्रम में आज पुलिस ने धूमनगंज इलाके में छापेमारी की।



इस दौरान पुलिस ने  11  पिस्टल, भारी मात्रा में कैश बरामद किया है। इस मामले में पुलिस ने दो आरोपी को गिरफ्तार भी किया है। हालांकि अभी यह नहीं पता चला है कि कितने कैश मिले है। पुलिस सूत्रों की मानें तो बैंक अधिकारियों को नोटो की गिनती के लिए बुलाया गया है। हालांकि मिले हुए कैश में 2000,500, की नोट बरामद किए गए है। 

गौरतबल है कि उत्तर प्रदेश की बरेली जेल में बंद माफिया अतीक अहमद के भाई और पूर्व विधायक अशरफ के एक करीबी को पुलिस ने हिरासत में लिया है।      पुलिस सूत्रों के अनुसार अशरफ से अवैध मुलाकात और सामग्री आपूर्ति कराने के मामले में वांछित एक गुर्गे ने पुलिस के बढ़ते दवाब के बीच सोमवार रात आत्मसमर्पण किया है। पुलिस अधिकारी हालांकि इस बारे में बयान देने से कतरा रहे हैं।  

प्रयागराज में पिछले महीने अधिवक्ता उमेश पाल की हत्या के तार बरेली से जुड़े होने को लेकर अभी तक दो आरक्षी समेत नौ लोग गिरफ़्तार हो चुके हैं। प्रयागराज में 24 फरवरी को अधिवक्ता उमेश पाल की ताबड़तोड़ फायरिंग और बमबाजी करके हत्या कर दी गई थी। इस मामले की जांच शुरू हुई तो अधिवक्ता उमेश पाल की हत्या के तार बरेली जिला जेल में बंद माफिया अतीक अहमद के भाई पूर्व विधायक अशरफ से जुड़ गए। उमेश पाल की हत्या के मामले में अशरफ को भी नामजद किया गया तो यहां जांच पड़ताल शुरू हुई। इस दौरान सामने आया कि अशरफ ने अपने साले सद्दाम के जरिए बरेली में बड़ा नेटवकर् बना रखा था। जेल का स्टाफ अवैध रूप से अकेले में अशरफ से उनकी मीटिंग कराता था।

 

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Ramkesh