राम मंदिर की आड़ में सेंकी जा रहीं हैं राजनीतिक रोटियां: देवकीनंदन

punjabkesari.in Saturday, Feb 09, 2019 - 11:23 AM (IST)

प्रयागराज: अयोध्या में श्रीराम मंदिर मंदिर निर्माण के लिए किसी भी राजनीतिक दल का रूख सकारात्मक नहीं है बल्कि उसकी आड़ में जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रही हैं।  अखण्ड भारत मिशन राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं कथा वाचक पंडित देवकीनंदन ठाकुर ने सेक्टर 13 शिविर में संवाददाताओं से कहा कि राम मंदिर बनने के पक्ष में संसद में बिल पास किया जाना चाहिए। कुछ लोग कहते हैं की राम मंदिर बनना चाहिए, कुछ कहते हैं कि राम मंदिर नहीं बनना चाहिए, राम मंदिर की आड़ में केवल राजनीतिक रोटियां सेकी जा रही हैं।  

उन्होंने कहा कि अगर संसद में बिल लाया जाए तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। दुनिया को पता लग जाएगा की कौन राम मंदिर के पक्ष में है और कौन विपक्ष में। जो भी लोग ये चाहते हैं कि राम मंदिर बनना चाहिए वो संसद में बिल लेकर आएं उसी वक्त सभी के चेहरे उजागर हो जाएंगे। पंडित देवकीनंदन ने कहा कि राम पुरूषोत्तम श्रीराम ऐसे ही नहीं बन गए। पत्नी का हरण करने वाले रावण को भी प्रणाम इसलिए किया क्योंकि वह ब्राह्मण है और वो क्षत्रिय। ये है राम का चरित्र। राम के मंदिर को इसलिए चाहते हैं क्योंकि वहां प्रणाम करने वाले लोग सीखें मानवता नाम किस चीज का नाम है। 

उन्होंने सभी राजनैतिक पार्टियों एवं सनातन प्रेमियों से राम मंदिर निर्माण के लिए एकजुट होने की आवश्यकता बताते हुए कहा कि देश में राम राज्य, भाईचारा और एकजुटता तभी कायम होगा जब हम सभी मिलकर एक सुर में राम मंदिर के लिए अभी आवाज बुलंद करेंगे। अध्यक्ष ने कहा कि राम मंदिर के पक्ष में हम अपना समर्थन देते हुए राम मंदिर निर्माण के लिए संकल्पित होकर 10 से 18 फरवरी तक राम कथा का आयोजन करेंगे और पदयात्रा भी निकालेंगे। सभी से राम मंदिर के संकल्प लेने का आह्वान करते हुए कहा कि मेरा सभी से आग्रह है कि सब अपने घरों में अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण हो इसके लिए संकल्प लें। सभी के संकल्प से जल्द ही राम मंदिर का भव्य निर्माण होगा। 

उन्होंने कहा कि 17 फरवरी की सुबह शांति सेवा शिविर में राम मंदिर के समर्थन में संत सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा जिसमें संत समाज के अलावा राम भक्त एकत्रित होंगे। शिविर से 11 बजे गंगा घाट तक पद यात्रा निकाली जाएगी और वहां गंगा मां और प्रयागराज से राम मंदिर के भव्य निर्माण के लिए प्रार्थना की जाएगी। उसके बाद संतों एवं राम भक्तों द्वारा राम मंदिर के समर्थन में राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा जाएगा।

 

 

Ruby