मुगल म्यूजियम के नाम पर सियासत शुरू, अब महाराजा अग्रसेन के नाम की उठी मांग

punjabkesari.in Sunday, Sep 27, 2020 - 05:12 PM (IST)

आगराः यूपी की राजनीति में एक बार फिर नाम पर ही सियासत हो रही है। 14 सितंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्माणाधीन मुगल म्यूजियम का नाम बदलकर छत्रपति शिवाजी महाराज म्यूजियम रखने का ऐलान किया था। इस बारे में ट्वीट कर जानकारी भी की थी और कहा था कि नए उत्तर प्रदेश में गुलामी के प्रतीकों की कोई जगह नहीं है। इसलिए हमने यह फैसला किया है कि मुगल म्यूजियम का नाम अब छत्रपति शिवाजी के नाम पर रखा जाए। इस घोषणा के साथ ही पूरे देश में एक बार फिर से नाम की सियासत शुरू हो गई है। अब आगरा के अग्रवाल समाज की तरफ से यह मांग की गई है कि मुगल म्यूजियम का नाम शिवाजी के नाम पर नहीं महाराजा अग्रसेन के नाम पर किया जाए। महाराजा अग्रसेन यूथ ब्रिगेड के संरक्षक विनोद बंसल ने कहा कि 5 हजार सालों से आगरा अग्रवालों की राजधानी रही है। आज से 5 हजार साल पहले जब महाराजा अग्रसेन की राजधानी अग्रोहा थी तो उन्होंने अपने छोटे भाई महासेन को आगरा प्रांत का मुखिया बनाकर भेजा था। 

वहीं विकास मोहन बंसल ने कहा कि महाराजा अग्रसेन का काल समानता, समरसता और सामाजिक न्याय का स्वर्ण काल था। ऐसे में पिछले 5 हजार सालों से आगरा अग्रवाल समाज का सबसे बड़ा केंद्र रहा है। इसलिए सरकार को अग्रवाल समाज का सम्मान करते हुए प्रस्तावित शिवाजी म्यूजियम का नाम बदलकर महाराजा अग्रसेन के नाम पर रखना चाहिए। बंसल ने कहा कि उन्हें अन्य किसी के नाम से आपत्ति नहीं है लेकिन आगरा में अग्रसेन महाराज को वह सम्मान नहीं मिला जो मिलना चाहिए। ऐसे में उनके नाम पर इस म्यूजियम को रखा जाए। उन्होंने कहा कि आगरा में पहले से ही शिवाजी के नाम से मूर्ति और चौक भी हैं।

बहराल योगी सरकार ने आगरा में प्रस्तावित मुगल म्यूजियम का नाम बदलकर छत्रपति शिवाजी म्यूजियम कर दिया गया है। इस पर शासन ने भी मुहर लगा दी है। लेकिन अब देखने वाली बात है कि अग्रवाल समाज द्वारा उठायी गई मांग पर सीएम योगी कितना ध्यान देते है। 


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Tamanna Bhardwaj

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