नहीं थम रही बसों को लेकर शुरू हुई सियासत, अब अखिलेश ने बोली ये बात

punjabkesari.in Saturday, May 23, 2020 - 11:54 AM (IST)

लखनऊ: कोरोना वायरस के मद्देनजर बसों को लेकर शुरू हुई सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है। इसी क्रम में सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि सरकार चालाकी से बसों की बहस जारी रखना चाहती है, जबकि बसों का विवाद निरर्थक है। अभी भी हजारों श्रमिक दूसरें राज्यों और सीमाओं में फंसे हुए हैं। यूपी सरकार उनके बारे में संवेदनशील नहीं दिख रही है। जबकि श्रमिकों का संघर्ष अभी खत्म नहीं हुआ है। यह अस्तित्व की लड़ाई है जो लंबे समय तक जारी रहेगी। 

प्रदेश में बढ़ रहा कोरोना का खतरा
बता दें कि सपा अध्यक्ष ने शुक्रवार को जारी बयान में कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है जिसके प्रति प्रशासन उदासीन नजर आ रही है। यूपी की भाजपा सरकार की संकट से निबटने की इच्छाशक्ति भी कमजोर हो गई है। अब न तो सरकार श्रमिकों की सुरक्षित ढंग से वापसी में रुचि ले रही है और न ही उनकी मौत पर संवेदना व्यक्त कर रही है।

'यातना शिविर' में बदल रहे क्वारंटाइन स्थल
अखिलेश ने कहा कि सरकार द्वारा क्वारंटाइन स्थलों के बारे में बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं, लेकिन सच तो यह है कि अब ये लोगों के लिए 'यातना शिविर' में बदल रहे हैं। इनकी हालत बेहद खराब और दयनीय है। अधिकारियों द्वारा तालाबों, और उजाड़ जगहों में क्वारंटाइन किए जाने वाले श्रमिकों को पशुओं से भी बदतर दशा में रखा जा रहा है। भाजपा सरकार इसे ही फाइवस्टार व्यवस्था बता रही है जिसके विरोध में कई जगह डाक्टर, नर्स और श्रमिक भी प्रदर्शन कर चुके हैं।

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Umakant yadav