प्रियंका पर पोस्टर वार: हिंदूवादी संगठन ने कहा- इनका भी सूर्पनखा जैसा होगा हाल

punjabkesari.in Saturday, Jan 04, 2020 - 02:36 PM (IST)

वाराणसीः वाराणसी में एक बार फिर पोस्टर वार छिड़ गया है। पोस्टर के जरिए इस बार निशाना बनी हैं प्रियंका गांधी वाड्रा। जिन्होंने कांग्रेस का नेतृत्व कर उसे नई दिशा देने की कोशिश की है। लेकिन हिन्दू संगठन उनसे नाराज दिख रहे हैं। कारण है उनका कोटा में जिस तरह से सैकड़ों बच्चों की मृत्यु हुई और उन्होंने उन बच्चों के लिए संवेदना प्रकट नहीं की और ना ही उन्हें देखने गए।

विश्व हिंदू सेना के संस्थापक अध्यक्ष अरुण पाठक ने उनसे पोस्टर के माध्यम से सवाल किए हैं और उन्हें वाराणसी के कांग्रेस कार्यालय पर चस्पा किए हैं। जिसमें सवाल पूछे गए हैं कि कोटा से दूरी आखिर क्या है मजबूरी? अरुण पाठक ने इस बाबत कहा कि प्रियंका जामिया मिलिया इस्लामिया चली जाती हैं, दंगाई के परिवार में चली जाती हैं, उनसे गहरी संवेदना है, लेकिन कोटा नहीं जाती हैं। जहां सैकड़ों बच्चों की मौत हुई है।

पूछा गया कि क्या उनके परिवार में दर्द नहीं, क्या उन्हें सहानुभूति की आवश्यकता नहीं। क्या सहानुभूति और संवेदना केवल जामिया मिलिया इस्लामिया में है। क्या सहानुभूति और संवेदना केवल दंगा करने वाले मुस्लिम लड़के के घरवालों को है। इससे प्रतीत होता है कि प्रियंका केवल मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति कर अपना उल्लू सीधा करना चाहती हैं और जनता को बेवकूफ बना रही हैं। ऐसी मानसिकता वाली प्रियंका का हाल वही होगा जो सूर्पनखा का हुआ था।

वहीं पोस्टर वार को लेकर बवाल मच गया है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिला प्रशासन से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। प्रियंका गांधी के खिलाफ लगा ये पोस्टर चर्चा का विषय बना हुआ है।

वहीं नागरिकता संशोधन कानून को लेकर अरुण पाठक ने जनता से अपील की है कि CAA में विरोध करने के लिए कुछ भी नहीं है। ये कांग्रेस द्वारा रचित एक साजिश है, जिससे देशभर में दंगे हुए फसाद हुए। कांग्रेस जनता को सीधे तौर पर बरगला कर अपना राजनैतिक रोटियां सेंक रही है। मुसलमानों को CAA के नाम पर भड़काया गया। अब उन्हें भी CAA का मतलब समझ में आने लगा है और परत दर परत साफ हो रही है। लोग कांग्रेस की चाल समझने लगे हैं। प्रियंका के इस रोल से हिन्दू काफी नाराज हैं।
 

Tamanna Bhardwaj