''पोस्टमैन'' बना तलाक का कारण, मासूम बेटे के साथ पीड़िता ने लगाई न्याय की गुहार

punjabkesari.in Thursday, Feb 13, 2020 - 11:42 AM (IST)

गाजीपुर: देश भर से तलाक के बहुत सारे मामले सामने आते रहते हैं जिसमें तलाक लेने की कई तरह की वजह बताई जाती है। खासकर पति पत्नी में अनबन ही तलाक का मुख्य कारण होता है। लेकिन गाजीपुर में तलाक का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है जिसमें पीड़िता का आरोप है कि उसका तलाक किसी और ने नहीं बल्कि पोस्टमैन जो उसके सगे चाचा भी लगते हैं उनके द्वारा कराया गया है। क्योंकि परिवार न्यायालय मऊ के द्वारा तलाक की नोटिस भेजे जाने पर पोस्टमैन के द्वारा उक्त पते को गलत बताकर वापस कर दिया गया था जबकि पोस्टमैन उनका सगा चाचा है।

बता दें कि मरदह थाना के गाई गांव निवासी महिला किरन शर्मा ने अपने गांव के पोस्टऑफिस पर तैनात पोस्ट मैन पर उसके पति से सम्बंध तोड़वाने (तलाक) का आरोप लगाया है। डाक विभाग के उच्चाधिकारियों एवं जिलाधिकारी गाजीपुर को प्रार्थना पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की है।महिला ने आरोप लगाया है कि पोस्ट मैन द्वारा कोर्ट की तलाक की नोटिस बिना सूचना के वापस करने से कोर्ट में एक पक्षीय सुनवाई होने से उसके पति से तलाक हो गया और पति ने दूसरी शादी कर ली। बताते चलें कि साल 2013 में किरण शर्मा की शादी मऊ जनपद के रहने वाले आशीष के साथ हुई थी।

विवाहिता किरन शर्मा पुत्री सुदर्शन शर्मा का कहना है कि उसकी शादी 7 साल पूर्व मऊ जनपद निवासी आशीष के साथ हुई थी। इस समय उसके पास चार वर्ष का छोटा बच्चा भी है। ससुराल में कुछ विवाद होने पर कुछ समय से वह अपने मायके गाई गांव में अपने पिता के घर पर रह रही है।

पीड़िता का कहना है कि इस दौरान उसके पति द्वारा मऊ जनपद न्यायालय में तलाक का मुकदमा दाखिल कर दिया गया। जिसका नोटिस न्यायालय द्वारा गाई गांव उसके पिता के पते पर आई। वहीं उसने आरोप लगाया है कि पोस्ट मैन राम विलाश शर्मा द्वारा पति से मिली भगत कर रिश्वत लेकर नाम पता गलत होने का हवाला देकर कोर्ट की नोटिस को जान-बूझकर वापस कर दिया। इससे कोर्ट ने एक पक्षीय सुनवाई कर तलाक को मंजूर कर लिया, जिससे पति ने दूसरी शादी कर ली। वहीं उसका कहना है कि अब वह चार वर्ष के बच्चे के साथ दर-दर की ठोकर खा रही है, जिसका जिम्मेदार पोस्टमैन है। जोकि मेरे रिश्ते का चाचा भी है।

पीड़िता के चाचा राजेश शर्मा ने बताया कि मेरी भतीजी किरन के चार साल का एक बेटा है ऐसे में उसकी जिंदगी खराब हो गई है। इन सब के पीछे पोस्टमैन रामविलास शर्मा का हाथ है। जिसने बेटी के पति आशीष से मिलकर कुछ पैसों की वजह से ऐसा किया है। उन्होंने यह भी बताया कि पोस्टमैन हमारे परिवार से ही है। जिन्हें भलीभांति सबकुछ मालूम था। तलाक हो जाने के पश्चात हमारे द्वारा लगातार डाक विभाग, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश और जिलाधिकारी को रजिस्टर्ड डाक के माध्यम से इस मामले की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की गई लेकिन अब तक  हमें कहीं से राहत नहीं मिली है।

वहीं इस बाबत पोस्टमैन राम विलाश शर्मा ने रिश्वत एवं मिली भगत के आरोप को खारिज करते हुए बताया कि नोटिस पर पोस्ट गलत लिखा हुआ था। उसपर लिखा था ग्राम गांई चवरा पोस्ट मटेहूं। इसलिए मैने उसे यह लिखकर वापस भेज दिया कि कृपया पता सही लिखकर भेंजे। विभाग द्वारा जांच भी की जा चुकी है। जांच में हमने रिमार्क जो लगाया था उसे दिखा दिया।

 

Ajay kumar