कोरोना के बीच बिजली कर्मियों ने की ''फ्रंटलाइन वर्कर'' घोषित करने की मांग, आंदोलन की चेतावनी

punjabkesari.in Thursday, May 13, 2021 - 08:02 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की बिजली कर्मियों ने बृहस्पतिवार को ऊर्जा निगमों के प्रबंधन से तमाम बिजली कर्मियों को 'फ्रंटलाइन वर्कर' घोषित कर मृत कर्मचारियों के परिजनों को जल्द से जल्द 50-50 लाख रुपए का मुआवजा देने की मांग की और ऐसा नहीं होने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी।

विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक शैलेंद्र दुबे ने बताया कि समिति ने आज ऊर्जा निगमों के प्रबन्धन को पत्र भेजकर मांग की है कि सभी ऊर्जा निगमों के तमाम बिजली कर्मचारियों, जूनियर इंजीनियरों, अभियंताओं और संविदा श्रमिकों को तत्काल फ्रन्ट लाइन वर्कर घोषित कर मृत कर्मियों के परिजनों को जल्द से जल्द 50-50 लाख रुपये के मुआवजा का भुगतान सुनिश्चित किया जाये और मृत कर्मियों के आश्रितों को उनकी योग्यतानुसार नौकरी दी जाये तथा साथ ही प्राथमिकता के आधार पर उनका कोविड-19 टीकाकरण किया जाये। उन्होंने बताया कि संघर्ष समिति ने पत्र में कहा गया कि एक सप्ताह में सार्थक समाधान न होने पर बिजलीकर्मी आंदोलन करने के लिए मजबूर हो जाएंगे।

दुबे ने बताया कि संघर्ष समिति ने इस बाबत प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा से प्रभावी हस्तक्षेप की मांग की है ताकि बिजलीकर्मियों को न्याय मिल सके। उन्होंने बताया कि संघर्ष समिति द्वारा प्रेषित पत्र में लिखा गया है कि कोरोना संक्रमण की दूसरी मारक लहर के बीच बिजलीकर्मी अस्पतालों और आम लोगों को निर्बाध 24 घण्टे बिजली आपूर्ति करने में प्राणप्रण से जुटे हैं। इसमें कहा गया है कि अपने दायित्व का निर्वाह करते हुए कोरोना से लगभग 140 बिजलीकर्मियों की मृत्यु हो चुकी है और कई हजार बिजलीकर्मी, संविदा श्रमिक और उनके परिवार कोरोना संक्रमण से ग्रस्त हो चुके हैं।


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Content Writer

Umakant yadav

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