प्रयाग कुंभ में कई देशों की रामलीलाओं के मंचन की तैयारी, मालिनी अवस्थी भी होंगी शामिल

punjabkesari.in Sunday, Jun 10, 2018 - 02:27 PM (IST)

इलाहाबादः कुंभ मेला सिर्फ धार्मिक आस्था का प्रतीक ही नहीं है, यह हमारी साझा सांस्कृतिक विरासत को देश दुनिया से आने वाले करोड़ों लोगों तक पहुंचाने का सशक्त माध्यम भी है। अगले वर्ष का प्रयाग कुंभ सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिहाज से बहुत भव्य होगा और मेले में श्रीलंका, नेपाल, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, थाइलैंड जैसे देशों की रामलीलाओं तथा मलेशिया की कृष्ण लीला का मंचन करने की तैयारी है।  

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि 31 मई को लखनऊ में केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के सचिव राघवेंद्र सिंह की अध्यक्षता में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में कुंभ में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रूपरेखा को लेकर प्रस्ताव पेश किए गए।  उन्होंने बताया कि इस बैठक में भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) को यह प्रस्ताव दिया गया कि वह कुंभ मेले में श्रीलंका, नेपाल, बांग्लादेश, इंडोनेशिया, थाइलैंड, रूस, त्रिनिडाड, कंबोडिया और सूरीनाम की रामलीला और मलेशिया की कृष्ण लीला की प्रस्तुतियों के संबंध में बात करे।  

बैठक में आईसीसीआर महानिदेशक से अनुरोध किया गया कि विदेश से कलाकारों को भारत लाने का जिम्मा आईसीसीआर उठाए और नई दिल्ली से इलाहाबाद लाने और यहां मंचन और आतिथ्य का जिम्मा स्थानीय आयोजक द्वारा उठाया जाएगा।  अधिकारियों ने कहा कि चूंकि प्रयाग कुंभ के आयोजन को यादगार बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विशेष रुचि ले रहे हैं, इसलिए आईसीसीआर को किया गया प्रस्ताव अमल में आने की पूरी संभावना है।  

इलाहाबाद स्थित उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र के निदेशक इंद्रजीत ग्रोवर ने बताया, आगामी कुंभ मेले में पूरे भारत के साथ ही विदेश में भारतीय संस्कृति के रूपों की झलक देखने को मिलेगी। उन्होंने बताया कि कुंभ मेले में अपने अपने क्षेत्र के दिग्गज कलाकारों को बुलाने की तैयारी है। इनमें पांडवानी के लिए प्रख्यात तीजनबाई, भरतनाट्म की सरोजा वैद्यनाथन, कुचीपुड़ी की स्वपन सुंदरी, बांसुरी वादक हरि प्रसाद चौरसिया, कथक के पंडित बिरजू महराज, छऊ के संतोष नायर, कजरी गायिका मालिनी अवस्थी आदि शामिल हैं। 
 

Ruby