प्रयागराज: गंगा-यमुना का जलस्तर घटने से टला बाढ़ का खतरा, लोगों ने ली राहत की सांस

punjabkesari.in Monday, Sep 07, 2020 - 01:55 PM (IST)

प्रयागराज: तीर्थराज प्रयाग में गंगा और यमुना का जलस्तर पिछले 24 घंटे के दौरान 85 और 83 सेंटीमीटर घटने से बाढ़ का संकट टल गया है जिससे निचले क्षेत्र में रहने वाले लोगों ने राहत की सांस ली है।      

कई दिनों से गंगा-यमुना का जलस्तर जिस तेजी से बढ़ रहा था, उससे यह अनुमान लगाया जा रहा था कि जल्द ही गंगा का पानी बंधवा स्थित बड़े हनुमान मंदिर में प्रवेश करेगा। पिछले कुछ दिनों से बढ़ते जलस्तर से गंगा के कछारी इलाकों में बाढ़ की संभावना बढ़ गयी थी। लेकिन शुक्रवार देर रात से जलस्तर घटना शुरू हुआ और गंगा का जलस्तर मंदिर बेहद करीब पहुंच कर रविवार देर शाम तक जारी रहा। यमुना का जलस्तर कम होने से गंगा का पानी तेजी से आगे निकलता जा हा है जिससे तटीय इलाकों में बाढ़ का संकट टल गया है।

सलोरी, बघाड़ा, राजापुर, बेली कछार, रसूलाबाद कछार में रहने वाले लोगों ने राहत की सांस ली है। बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार सोमवार को 12 बजे गंगा का जलस्तर फाफामऊ में 79.87 मीटर, छतनाग में 78.64 मीटर और यमुना 79.22 मीटर दर्ज किया गया है जबकि रविवार को इसी समय गंगा का जलस्तर फाफामऊ 80.42 मीटर, छतनाग 79.49 मीटर और यमुना 80.05 मीटर दर्ज किया गया था। रविवार की तुलना में गंगा फाफामऊ में 55 सेंटीमीटर, छतनाग में 85 सेंटीमीटर और नैनी में यमुना 83 सेंटीमीटर घटी हैं। प्रभारी जल पुलिस कड़ेदीन यादव ने बताया कि कोरोना काल में किस कारण गंगा हनुमान मंदिर के पास तक आने के बावजूद उनका जलाभिषेक नहीं कर सकीं यह रहस्यमय है। पानी घटने से त्रवेणी मार्ग, अक्षयवट मार्ग खुलने के साथ संगम नोज पर भी आवागमन चालू हो गया है।


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Ajay kumar

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