Prayagraj: CM योगी के आदेश पर अलग से बनाया गया मंकीपॉक्स वार्ड, 10 बेड किए गए आरक्षित... आधुनिक मशीनों से लैस है वार्ड नंबर-7

punjabkesari.in Saturday, Aug 06, 2022 - 09:24 PM (IST)

प्रयागराज: एक तरफ जहां पूरा विश्व कोरोनावायरस से अभी भी पूरी तरह से उबर नहीं पाया है तो दूसरी तरफ अब विश्व में एक नया संकट सामने आ गया है। विश्व के कई देशों में मंकीपॉक्स वायरस के मामले सामने आए है। मंकीपॉक्स वायरस अब भारत में भी पांव पसारना शुरू कर दिया हैं हालांकि अभी भारत में इसके 4 केस सामने आये हैं जो कि केरल और दिल्ली में मिले हैं। इसी के तहत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंकीपॉक्स वायरस को गंभीरता से लेते हुए स्वास्थ्य महानिदेशालय को प्रदेश के सभी कोविड-19 अस्पतालों को मंकी पॉक्स वायरस के लिए 10-10 बेड आरक्षित करने का निर्देश दिया है। स्वास्थ्य महानिदेशालय के आदेश पर सभी कोविड-19 अस्पतालों ने अपनी कमर कस ली है। इसी कड़ी में प्रयागराज के स्वरूप रानी अस्पताल में भी 10 बेड अरक्षित किए गए हैं।



बता दें कि मंकीपॉक्स वायरस एक महामारी है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य महानिदेशालय को आदेश जारी कर दिया। सभी कोविड-19 अस्पतालों को 10-10 बेड आरक्षित करने का निर्देश दिया गया है। ऐसे में प्रयागराज के स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय ने मंकीपॉक्स वायरस से निपटने के लिए अलग से मंकीपॉक्स वायरस वार्ड बना रखा है जिसमें 10 बेड आरक्षित कर दिए हैं। स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में वार्ड नंबर 7 में मंकीपॉक्स वार्ड बनाया गया है। स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में इस महामारी से निपटने के लिए पूरी कमर कस ली है और बेड के साथ सभी आधुनिक मशीनें लगाई गई हैं आरक्षित बेड पूरी तरह से वातानुकूलित है और मरीज की देखभाल के लिए अलग से पूरी टीम बना दी गयी है।



स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय के प्रिंसिपल एसपी सिंह का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के बाद मंकीपॉक्स को लेकर बीते 1 अगस्त को ही मंकीपॉक्स वार्ड बना दिया गया। जिसमें 10 बेड आरक्षित कर दिए गए हैं। इस वार्ड में हर तरह की व्यवस्था पूरी कर दी गई है। अस्पताल में ऑक्सीजन की पूरी व्यवस्था है क्योंकि जिस तरह से कोविड-19 महामारी के दौरान ऑक्सीजन की कमी से पूरा देश जूझ रहा था इस बार उस तरह की कमी ना हो उसको लेकर अस्पताल ने पहले से ही सारी व्यवस्था कर रखी है। मरीजों के लिए साफ-सुथरे बेड, वेंटिलेटर मॉनिटर, सारी व्यवस्थाएं पहले से कर दी गई है।



अगर प्रयागराज में कोई भी मरीज मंकीपॉक्स वायरस का सामने नजर आता है तो उसको मंकीपॉक्स वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि कहीं से कोई चूक ना हो जाए इसलिए हमने पहले से ही सारी तैयारियां कर रखी है। अस्पताल प्रशासन इसको एक चुनौती के रूप में ले रहा है।



जानिए, क्या है मंकीपॉक्स वायरस ?
मंकीपॉक्स एक जूनोसिस वायरस यानि जानवरों से इंसानों में फैलने वाला संक्रमण है। मंकीपॉक्स वायरस, स्मॉल पॉक्स यानी चेचक के वायरस के परिवार का ही सदस्य है। यह वायरस मानव से दूसरे मानव के कांटेक्ट में आने से भी फैलता है। इस वायरस के लक्षण सिर दर्द, बुखार, कमर में दर्द, मांसपेशियों में दर्द, कपकपी छूटना आदि है। अगर किसी मरीज में मंकीपॉक्स के लक्षण दिखाई देते हैं तो पहले मरीज को 21 दिन आइसोलेट किया जाता है और फिर विशेषज्ञ डॉक्टरों के द्वारा चिकित्सा प्रदान की जाती है।

Content Writer

Mamta Yadav