Prayagraj News: महाकुंभ क्षेत्र में विलुप्त की कगार पर गंगा... 50 साल में नहीं हुए ऐसे हालात !
punjabkesari.in Wednesday, May 21, 2025 - 10:02 PM (IST)

Prayagraj News, (सैय्यद आकिब रजा): संगम नगरी प्रयागराज एक ऐसा जिला जहां कुछ ही समय पहले देश का सबसे बड़ा धार्मिक मेला महाकुंभ का आयोजन हुआ। संगम क्षेत्र में 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। ऐसे में अब संगम क्षेत्र बदहाली के आंसू बहा रहा है। गंगा दशहरा से पहले मां गंगा का अस्तित्व खतरे में दिखने लगा है। मां गंगा में पर्याप्त मात्रा में पानी न होने की वजह से जगह-जगह रेत के टीले और मैदान दिखने लगा है। श्रद्धालुओं को डुबकी लगने में भी परेशानी हो रही है।
हमारी टीम जब आगे बढ़ी तो तस्वीर हैरान कर देने वाली दिखी। मां गंगा इतनी सूख गई कि कई जगह जगह टापू नजर आया। अधिकतर क्षेत्र रेत के मैदान में तब्दील होता नजर आने लगा। जहां कुछ दिन पहले श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाते थे वहां पर रेत के टापू नजर आ रहे हैं। तीर्थ पुरोहित दया प्रसाद पांडे की बात माने तो उनका कहना है कि बीते 50 वर्ष से संगम तट पर तीर्थ पुरोहित है उन्होंने कभी भी गंगा की ऐसी तस्वीर नहीं देखी। हर साल पानी कम होता है लेकिन इतना नहीं जितना इस बार दिखा। 5 जून को गंगा दशहरा है ऐसे में जल्द से जल्द सरकार कोई ठोस कदम उठाए।
पानी कम होने की वजह से श्रद्धालु भी संगम तट कम पहुंच रहे हैं घुटने से नीचे पानी है। ऐसे में सरकार जल्द से जल्द गंगा के अस्तित्व को बचाने के लिए डैम से पर्याप्त मात्रा में पानी छोड़ें तभी मां गंगा सुरक्षित रहेगी। उधर प्रतापगढ़ से आए श्रद्धालु बृजेश मिश्रा की बात माने तो उनका कहना है कि ऐसी तस्वीर बेहद दुख पहुंचाती है। सरकार को और गंगा से जुड़ी परियोजनाओं के अधिकारियों को इसपर जरूर संज्ञान लेना चाहिए।
मां गंगा की ऐसी तस्वीर देखने के बाद स्थानीय लोग भी काफी परेशान है। दारागंज क्षेत्र के रहने वाले राजीव निषाद ने कहा कि मां गंगा की बदहाली के चलते पर्यटक काफी कम संगम श्रेत्र पहुंच रहे हैं। पानी कम होने के चलते लोग संगम श्रेत्र आने से बच रहे हैं।