एक दर्जन से अधिक कृषि उत्पादों की उद्यान वाटिका बनाकर तैयार, बुंदेलखंड बना विशिष्ट वाटिका माडल

punjabkesari.in Wednesday, Jul 27, 2022 - 07:14 PM (IST)

झांसी: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर शुरु हुयी महत्वाकांक्षी योजना ‘एक जिला एक उत्पाद' (ओडीओपी) के तहत हर क्षेत्र के विशिष्ट उत्पादों को विश्व फलक पर लाने के क्रम में बुंदेलखंड के विशिष्ट कृषि उत्पादों के पौधों की एक मॉडल वाटिका बुधवार को मंडलायुक्त कार्यालय में स्थापित की गयी।  इसकी खास बात यह रही कि झांसी के मंडल आयुक्त डा अजय शंकर पाण्डेय के निर्देश उद्यान विभाग के युवा उप निदेशक की टीम ने महज 24 घंटे के भीतर एक दर्जन से अधिक विशिष्ट कृषि उत्पादों की उद्यान वाटिका बना कर तैयार कर दी। इसके लिये मंडल आयुक्त ने उप निदेशक विनय यादव को उनकी उत्कृष्ट कार्यशैली के लिये प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किया। 

 पाण्डेय ने बुंदेलखंड के किसानों को समृद्ध बनाने में यहां के विशिष्ट कृषि उत्पादों को ओडीओपी का हिस्सा बनाने की पहल के तहत इस तरह की एक मॉडल वाटिका मंडल आयुक्त कार्यालय में बनाने का मंगलवार को सुझाव दिया था। इस इलाके के विशिष्ट कृषि उत्पादों की उपज को क्लस्टर पद्धति पर बढ़ाने के लिये आयुक्त द्वारा गठित ‘बुंदेलखंड विशिष्ट कृषि उत्पाद संरक्षण समिति' के कामकाज की समीक्षा बैठक में डा पाण्डेय ने कहा कि एक मॉडल वाटिका बनायी जाये। जिससे आयुक्त कार्यालय में आने वाले लोगों को बुंदेलखंड के खास कृषि उत्पादों की जानकारी हो सके और इसके माध्यम से इन्हें देश दुनिया में लोकप्रिय बनाया जा सके। 


पाण्डेय के सुझाव पर तत्काल अमल करते हुए उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के उप निदेशक विनय यादव ने आयुक्त कार्यालय के उद्यान में समिति के सदस्यों के साथ मिल कर वाटिका के डिजायन को अंतिम रूप दिया। डिजायन के मुताबिक उन्होंने बुंदेलखंड में आसानी से उपजायी जा सकने वाली फसलों में हल्दी, अदरक, लैमन ग्रास, तुलसी, अरहर, और कुछ सब्जियों के अलावा फलों में एपल बेर, किन्नू, संतरा, मौसमी, पपीता और नीबू का वाटिका में पौधारोपण एवं बीजारोपण करने की तैयारी भी पूरी कर ली।        मंडल आयुक्त ने बुधवार को वाटिका में फल, सब्जी सहित सभी औद्यानिक पौधों का रोपण कर वाटिका का शुभारंभ किया। साथ ही उन्होंने युवा एवं उत्साही उप निदेशक की तत्परता के लिये सराहना करते हुए प्रदेश सरकार से भी उन्हें प्रशस्ति पत्र देने की अनुशंसा की। डा पाण्डेय ने बुंदेलखंड में तुलसी, बेर और हल्दी सहित अन्य कृषि उत्पादों के क्लस्टर बनाने में मिली सफलता का श्रेय उप निदेशक की उत्साही टीम को दिया। 

 उन्होंने बताया कि महज एक साल पहले इलाके के कुछ प्रगतिशील किसानों, झांसी स्थित केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय एवं अन्य संस्थानों के विशेषज्ञों की मौजूदगी में उप निदेशक (उद्यान)की अगुवाई में इस समिति का गठन किया गया था। यादव ने बताया कि समिति ने टीम भावना से काम करके बुंदेलखंड के विशिष्ट कृषि उत्पादों की उपज बढ़ाते हुए इनकी पैकेजिंग और माकेर्िंटग के भी रास्ते स्वयं बनाने की उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने कहा कि समिति की इन उपलब्धियों से राज्य एवं केन्द्र सरकार को भी अवगत कराया गया है। अब उनकी कोशिश है कि इन उत्पादों को ओडीओपी का हिस्सा बना कर इन्हें विश्व फलक पर लाया जाये। जिससे इलाके के अन्य किसान भी इन तरीकों को अपनाकर कृषि उपज से आय बढ़ाने में सफल हो सकें। 
 


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Content Writer

Ramkesh

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