राष्ट्रपति एक दिवसीय दौरे पर आएंगे चित्रकूट, दिव्यांग यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह को करेंगे संबोध‍ित

punjabkesari.in Monday, Jan 08, 2018 - 11:28 AM (IST)

चित्रकूटः राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपने एक दिवसीय दौरे पर सोमावार को चित्रकूट आ रहे हैं। राष्ट्रपति वहां जगदगुरू रामभद्राचार्य दिव्यांग यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह को संबोधित करेंगे। वहीं विश्वविद्यालय के कुलपति ने बताया, राष्ट्रपति यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि होंगे और 579 स्टूडेंट्स को मेडल प्रदान करेंगे।

इस कार्यक्रम में नहीं पहुंच पाएंगे योगी 
मिली जानकारी के अनुसार राष्ट्रपति के साथ राज्यपाल राम नाइक और मध्य प्रदेश के राज्यपाल ओपी कोहली सहित केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद, यूपी परिवहन मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह भी उपस्थित रहेंगे। व्यस्तताओं के चलते यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ का कार्यक्रम स्थगित हो गया है, प्रोग्राम में एमपी के सीएम शिवराज सिंह चौहान भी शामिल हो सकते हैं।

ये हैं राष्ट्रपति के पूरे दिन का कार्यक्रम
बता दें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद 8 जनवरी को 12 बजे आरोग्यधाम पहुंचेंगे। 12.05 बजे तक आरोग्यधाम का भ्रमण करने के बाद 12.25 तक आरोग्यधाम में नानाजी देशमुख प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसी दौरान प्रदर्शनी के माध्यम से संस्थान के प्रकल्पों का भी जायजा लेंगे। 12.31 से 12.34 तक काफी टेबल का लोकार्पण करेंगे। 12.35 से 12.54 तक रामदर्शन का भ्रमण करेंगे। 12.55 बजे कार द्वारा दीनदयाल परिसर पहुंचेंगे।1.01 पर मंदाकनी काटेज में भोजन करेंगे। 2.40 पर राष्ट्रऋषि नाना जी देशमुख निवास के लिए प्रस्थान करेंगे।

4 बजे करेंगे वापस प्रस्थान 
वहीं 2.45 बजे राष्ट्रऋषि की समाधि स्थल पर पुष्पांजलि देंगे। इसके बाद 3 बजे से 4 बजे तक रामभद्राचार्य दिव्यांग यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह को संबोधित करेंगे और 4.01 बजे वापस हैलीपैड के लिए प्रस्थान कर जाएंगे। यहां भगवान राम ने वनवास काल के दौरान 11 साल 11 माह 11 दिन बिताए थे। उनके बाद नानाजी देशमुख ने यही पर आकर ग्रामोदय भारत की नींव रखी।

दिव्यांगों के लिए पहला विशिष्ट विश्वविद्यालय
जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग यूनिवर्सिटी चित्रकूट धाम में स्थापित विश्वविद्यालय है। यह भारत ही नहीं दुनिया में दिव्यांगों के लिए पहला विशिष्ट विश्वविद्यालय है। इसकी स्थापना वर्ष 2001 में जगदगुरु रामभद्राचार्य द्वारा हुई और इसे जगद्गुरु रामभद्राचार्य विकलांग शिक्षण संस्थान नामक एक संस्थान द्वारा संचालित किया जाता है।