प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को इलाज की जरुरत, तबेला बने हुए हैं यहां के वार्ड

punjabkesari.in Friday, Jun 12, 2020 - 06:41 PM (IST)

बहराइच: एक ओर सरकार ग्रामीण इलाकों में चिकित्सीय सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयत्नशील है ,लेकिन बहराइच में स्वास्थ विभाग की उदासीनता के चलते ग्रामीण चिकित्सा सेवाएं दम तोड़ रही है। यहां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र तो मौजूद हैं, लेकिन यहां न डॉक्टर, नर्स और न ही कोई अन्य कर्मचारी मौजूद हैं।बहराइच का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जानवरों का तबेला बना हुआ है यहां गंदगी और गोबर का ढेर लगा है जिसे साफ करने वाला कोई नहीं है।

सरकार ने भले ही सेमरी घटाही प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का निर्माण इस इलाके के लाखों लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए किया हो लेकिन इस स्वास्थ्य केंद्र में ताला ही लगा रहता है। यहां वार्डों में न दवाएं हैं, न ही उपचार के लिए आवश्यक उपकरण मौजूद है यहां न डॉक्टर आते है न नर्स आती है और न ही कोई अन्य कर्मचारी मौजूद रहता है।

सरकारी अभिलेखों में तो यह प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र 10 बेड का है लेकिन यहां के वार्डों में 1 भी बेड नजर नहीं आता है । वार्डों में मरीजों के बजाय गोबर और गंदगी मौजूद है, जो इस बात का साफ संकेत है कि यहां के वार्ड पशुओं का तबेला बन चुके हैक्षेत्र के ग्रामीणों का कहना है कि इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के बंद होने से यहां के करीब 1 लाख लोगों की स्वास्थ सेवाएं प्रभावित हो रही हैं।

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Umakant yadav