प्रधानमंत्री की आयुष्मान भारत योजना बनी मजाक, मरीज को हॉस्पिटल में नहीं मिले डॉक्टर

punjabkesari.in Friday, Jul 05, 2019 - 10:14 AM (IST)

आगरा: अगर आप आयुष्मान भारत योजना कार्ड धारक हैं तो यह खबर आपके लिए है। इस कार्ड के होने मात्र से आपको इलाज मिल जाएगा तो आप गलत सोच रहे हैं। क्योंकि आयुष्मान कार्ड होने के बावजूद भी आप जिस हॉस्पिटल में जा रहे हैं वहां डॉक्टर का पैनल में होना भी जरुरी है। वरना आपकों इलाज नहीं दुत्कार मिल सकती है। जी हां, कुछ ऐसा ही मामला ताजनगरी आगरा के एक बड़े हॉस्पिटल में देखने को मिला है। जहां एक बेटा अपने बुजुर्ग पिता को इलाज के लिए हॉस्पिटल पहुंचा था। हॉस्पिटल में ईआरसी और इलाज करने वाला डॉक्टर आयुष्मान योजना के पैनल में नहीं था। जिस कारण उसका इलाज आयुष्मान योजना के तहत नहीं हो सका। 

मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने दिलाया ईलाज का भरोसा
इस पूरे मामले में जब मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मुकेश कुमार वत्स से बात की गई तो वह डॉक्टर को पैनल में ना होने की बात स्वीकारते नजर आए। उनका कहना है कि डॉक्टर का पैनल में न होना भी इलाज ना मिलने का कारण है। हालांकि मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने पीड़ित को इलाज दिलाने का भरोसा जरुर दिया। 

PM की आयुष्मान योजना बनी मजाक
इस मामले के सामने आने के बाद समझा जा सकता है कि आयुष्मान योजना के तहत बनाए गए कार्ड और नामित हुए हॉस्पिटल ने किस तरह देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आयुष्मान योजना को मजाक बनाकर रख दिया है। जहां कार्ड होने के बाद भी इलाज नहीं मिल पा रहा है।  

Ajay kumar