प्रियंका की कोई राजनीतिक हैसियत नहीं: उमा भारती

punjabkesari.in Sunday, Feb 19, 2017 - 02:14 PM (IST)

लखनऊ:केन्द्रीय जल संसाधन, नदी विकास और गंगा सफाई मंत्री उमा भारती ने प्रियंका गांधी वाड्रा के नरेन्द्र मोदी को उत्तर प्रदेश से बाहर का बताए जाने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि प्रियंका को मोदी पर टिप्पणी करने से पहले अपनी राजनीतिक हैसियत का आकलन करना चाहिए। उमा भारती ने यहां नवयुग कन्या महाविद्यालय राजेन्द्र नगर में अपना वोट डालने के ठीक पहले कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की बेटी प्रियंका गांधी वाड्रा को मोदी पर टिप्पणी करने से पहले अपने राजनीतिक हैसियत का आकलन करना चाहिए। वाड्रा की जब कोई राजनीतिक हैसियत है ही नहीं तो वह प्रधानमंत्री पर क्या टिप्पणी करेंगी। उन्हें कौन गम्भीरता से लेगा। वह उनकी किसी बात का जवाब देना नहीं चाहती लेकिन प्रधानमंत्री को बाहरी बताकर उन्होंने राज्य की जनता का अपमान किया है, इसलिए वह बोलने को मजबूर हुईं।

पिता ने ही जब पुत्र के नाव में छेद कर दिया तो क्या गढ़ बचेगा?
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि मोदी को उत्तर प्रदेश की जनता ने सांसद बनाया है, तभी वह प्रधानमंत्री बन सके हैं, जब यहां की जनता ने मोदी को सांसद चुन लिया तो वह बाहरी कैसे हुए। उन्होंने कहा कि इस देश में मोदी जी के बारे में बहुत सारे लोग अनाप-शनाप टिप्पणी करते रहते हैं। यह महिला (प्रियंका) भी उसी में से एक हैं। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री के उत्तर प्रदेश द्वारा गोद लिए जाने सम्बन्धी बयान पर प्रियंका गांधी वाड्रा ने मोदी को बाहरी करार दिया था। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि वह उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की दावेदार नहीं हैं, लेकिन यह सही है कि जो भी मुख्यमंत्री बनेगा वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का समर्पित कार्यकर्त्ता और गरीब होगा। राज्य विधानसभा चुनाव के आज हो रहे तीसरे चरण के मतदान के बारे में उन्होंने कहा कि यह चरण समाजवादी पार्टी (सपा) का गढ़ अब नहीं रह गया है, क्योंकि ‘सेना ’एकजुट नहीं है। उनका इशारा सपा परिवार में चले घमासान की ओर था। उन्होंने कटाक्ष किया कि पिता ने ही जब पुत्र के नाव में छेद कर दिया तो क्या गढ़ बचेगा। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने पिता का जो अपमान किया है उसे उनका समाज ही माफ नहीं करेगा।

अखिलेश यादव ने किया पिता का अपमान
उन्होंने कहा कि बतौर सिंचाई मंत्री शिवपाल सिंह यादव से उनकी कई बार बात हुई है, लेकिन शिवपाल की बातों से कभी नहीं लगा कि वह अखिलेश का बुरा चाहते हैं। अखिलेश यादव ने पिता का अपमान किया है, सामाजिक संस्कार इसकी इजाजत नहीं देता, लेकिन कर्मो की सजा तो यहीं भुगतनी है। यह किसी एक पर नहीं सब पर लागू होती है। सपा और कांग्रेस गठबंधन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि यह गठबंधन विधानसभा चुनाव बाद ही ‘फुस्स’ हो जाएगा, क्योंकि दोनों दल प्राकृतिक रुप से विरोधी विचार के हैं। दोनों में राजनीतिक महत्वाकांक्षा जरुरत से अधिक है। दोनों एक साथ ज्यादा दिन तक रह ही नहीं सकते। यादव और गांधी के प्रधानमंत्री बनने की इच्छा सम्बन्धी एक सवाल के जवाब में भारती ने कटाक्ष किया कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार भी इस पद की हसरत रखते हैं, लेकिन क्या उनका देशव्यापी प्रभाव है।