सोनभद्र जा रही प्रियंका गांधी को प्रशासन ने हिरासत में लिया, कांग्रेस ने कहा- ‘अवैध गिरफ्तारी’

punjabkesari.in Friday, Jul 19, 2019 - 06:30 PM (IST)

लखनऊ/नई दिल्ली: कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा को शुक्रवार को सोनभद्र जाने से रोक दिया गया जहां इस हफ्ते 10 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस पर वह सड़क पर ही पाल्थी मारकर बैठ गईं और जोर देने लगीं कि उन्हें आगे जाने की इजाजत दी जाए। इसके बाद वहां मौजूद अधिकारियों ने उन्हें हिरासत में ले लिया और उन्हें एक अतिथि गृह ले जाया गया। सोनभद्र गोलीकांड को लेकर सियासी सरगर्मियों में शुक्रवार को आई तेजी के बीच कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी समेत पार्टी के दूसरे नेताओं ने आरोप लगाया कि प्रियंका को “अवैध” रूप से गिरफ्तार किया गया और उत्तर प्रदेश सरकार लोकतंत्र को कुचलने की कोशिश कर रही है जबकि स्थानीय पुलिस अधिकारियों ने कहा कि राज्य के मिर्जापुर जिले के नारायणपुर में उन्हें हिरासत में लिया गया।

मामले के सुर्खियों में आने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने न्याय का वादा किया और कहा कि इस संबंध में उप मंडलीय अधिकारी समेत 4 अफसरों को निलंबित किया गया है।आदित्यनाथ ने सदन में दिए गए बयान में कहा कि इसके अलावा ग्राम प्रधान यज्ञ दत्त और उसके भाई समेत 29 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अतिरिक्त मुख्य सचिव (राजस्व) के नेतृत्व में एक समिति भी गठित की गई है जो 10 दिनों के अंदर अपनी रिपोर्ट देगी। सोनभद्र के घोरावाल इलाके में बुधवार को ग्राम प्रधान और गोंड आदिवासियों के बीच जमीन के एक टुकड़े को लेकर हुए संघर्ष में 10 लोगों की हत्या हो गई थी जबकि 18 अन्य घायल हो गए थे। दत्त के समर्थकों ने कथित रूप से आदिवासियों पर फायरिंग की थी।

प्रियंका सोनभद्र गोलीकांड में घायल हुए लोगों से मिलने के लिए वाराणसी के एक अस्पताल पहुंचीं और इसके बाद यहां से करीब 80 किलोमीटर दूर सोनभद्र के लिए रवाना हुईं। कांग्रेस महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका को वाराणसी-मिर्जापुर सीमा पर रोक दिया गया। इस पर प्रियंका धरने पर बैठ गईं जिसके बाद उन्हें चुनार अतिथि गृह ले जाया गया। सोनभद्र के उप महानिरीक्षक पीयूष कुमार श्रीवास्तव ने एक न्यूज एजेंसी को बताया कि प्रियंका गांधी और कांग्रेस के अन्य सदस्यों को नारायणपुर में “रोका और हिरासत” में लिया गया । उस समय वह सोनभद्र जा रहीं थीं। डीआईजी ने कहा कि जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक चुनार अतिथि-गृह में उनसे चर्चा कर रहे हैं जिससे उन्हें सोनभद्र न जाने के लिए तैयार किया जा सके।

उन्होंने कहा कि सोनभद्र जिले के घोरवाल इलाके में निषेधाज्ञा लागू है और गाड़ियों की सघन तलाशी हो रही है और लोगों की आवाजाही पर नजर रखी जा रही है। इससे पहले, प्रियंका ने धरने के दौरान कहा कि वह सोनभद्र में हुई वारदात में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलने के लिए शांतिपूर्ण तरीके से जा रही थीं लेकिन प्रशासन ने उन्हें रोक लिया। उन्होंने कहा कि उनके बेटे की उम्र के एक लड़के को गोली मार दी गई और वह अस्पताल में पड़ा है। वह चाहती हैं कि उन्हें जाने से रोकने का लिखित आदेश दिखाया जाए। उन्होंने कहा कि सोनभद्र में धारा 144 लागू है, मिर्जापुर में नहीं। मैंने प्रशासन से कहा था कि मैं पीड़ितों से मिलने के लिए सिर्फ 4 लोगों के साथ भी सोनभद्र जाकर पीड़ितों से मिलने को तैयार हूं, मगर इसके बावजूद ना जाने क्यों हमें रोक लिया गया।

Anil Kapoor