सोनभद्र नरसंहार: उम्भा गांव के पीड़ितों से प्रियंका गांधी ने की मुलाकात

punjabkesari.in Tuesday, Aug 13, 2019 - 02:59 PM (IST)

वाराणसी/लखनऊ: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा मंगलवार को घर आकर मिलने का वादा निभाने के लिए, हाल में सामूहिक हत्याकांड के गवाह बने उत्तर प्रदेश के सोनभद्र स्थित उम्भा गांव पहुंचीं। यहां वह पीड़ित परिजनों से मुलाकात कर रही हैं।

प्रियंका गांधी के वाराणसी पहुंचने पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। बाबतपुर के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्रष्ट्रीय हवाई अड्डा पहुंचने पर पूर्व स्थानीय विधायक अजय राय समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता ने प्रियंका का स्वागत किया। उनके पहुंचते ही उत्साहित कार्यकर्ताओं ने ‘प्रियंका जिंदाबाद', ‘कांगेस पार्टी जिंदाबाद' एवं ‘राहुल-प्रियंका जिंदाबाद' के नारे लगाए।

BJP ने प्रियंका गांधी के दौरे पर साधा निशाना
इससे पहले, बीजेपी प्रवक्ता चंद्रमोहन ने प्रियंका गांधी के सोनभद्र दौरे पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के शासनकाल में सोनभद्र में हुई जमीन की धांधलियों के लिए प्रियंका को माफी मांगनी चाहिए। प्रियंका को अगर जनता की समस्याओं से सरोकार होता तो वह कांग्रेस सरकार के दौरान हुई जमीनों की धांधलियों पर पश्चाताप करतीं। प्रियंका का सोनभद्र दौरा कांग्रेस की ओछी राजनीति का एक उदाहरण है।

कांग्रेस की लूट में SP-BSP बराबर की भागीदार
उन्होंने कहा कि सोनभद्र में जमीनों का विवाद वर्ष 1955 से शुरू हुआ, जब कांग्रेस सरकार के दौरान ग्राम समाज की जमीन को एक निजी सोसायटी को पट्टा कर दिया गया था। कांग्रेस सरकार के दौरान सोनभद्र ही नहीं, प्रदेश के कई इलाकों में जमीनों की संस्थागत लूट हुई है। इस मुद्दे से जनता का ध्यान बंटाने के लिए ही प्रियंका उम्भा गांव में हुई घटना के पीड़ितों से मिलने का नाटक कर रही हैं। प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस केवल लूट की राजनीति ही करना जानती है। कांग्रेस की इस लूट में सपा और बसपा भी बराबर की भागीदार है।

उल्लेखनीय है कि, प्रियंका ने इससे पहले उम्भा गांव जाने का प्रयास किया था, लेकिन प्रशासन ने उन्हें रोक दिया था। प्रशासन ने उन्हें मिर्जापुर में ही हिरासत में ले लिया था। उन्हें चुनार के किले में रात भर रखा गया। अगली सुबह आदिवासी समुदाय के लोगों ने प्रियंका से चुनार के किले में ही मुलाकात की थी। गौरतलब है कि, गत 17 जुलाई को सोनभद्र जिले के उम्भा-सपही गांव में जमीन के विवाद को लेकर ग्राम प्रधान यज्ञदत्त की तरफ से हुई ताबड़तोड़ गोलीबारी में 10 ग्रामीणों की मौत हो गई थी।

Deepika Rajput