प्रियंका गांधी के आदेश के बाद UP में खराब कानून-व्यवस्था के खिलाफ अभियान छेड़ेगी कांग्रेस

punjabkesari.in Saturday, Jul 04, 2020 - 05:22 PM (IST)

लखनऊ: कांग्रेस उत्तर प्रदेश में कानून- व्यवस्था की स्थिति में गिरावट के खिलाफ अभियान छेड़ेगी और भाजपा शासन में अपराधियों-राजनेताओं की साठगांठ का पर्दाफाश करेगी।

कांग्रेस के प्रदेश मीडिया संयोजक ललन कुमार ने बताया कि पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने शनिवार को वीडियो काफ्रेंस के जरिए वरिष्ठ नेताओं से मंत्रणा की। उन्होंने बढ़ते अपराध और उत्तर प्रदेश में जंगलराज को लेकर विस्तृत चर्चा की। बातचीत के दौरान तय हुआ है कि कानून-व्यवस्था की खराब स्थिति और जंगलराज के खिलाफ पार्टी अभियान छेड़ेगी और अपराधियों तथा उन्हें संरक्षण देने वाले नेताओं का पर्दाफाश करेगी।

कुमार के मुताबिक, प्रियंका ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कोई भी यहां तक कि पुलिस भी सुरक्षित नहीं है। उन्होंने बताया कि प्रियंका ने आरोप लगाया कि अपराधियों, सत्ता में बैठे नेताओं और अधिकारियों के बीच साठगांठ है और कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं रह गयी है। राजनीतिक संरक्षण से राज्य में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं।

उन्होंने बताया कि पार्टी ऑनलाइन अभियान छेडेगी और कांग्रेस नेता एवं कार्यकर्ता रविवार दोपहर फेसबुक के जरिए लाइव होंगे। जनता से अपील की जाएगी कि वे बढ़ रहे अपराध के खिलाफ फेसबुक, टि्वटर या इन्स्टाग्राम के जरिए अपने संदेश पोस्ट करें। इसके अलावा पार्टी जनता से कहेगी कि कानून-व्यवस्था को लेकर अगर उन्हें कोई समस्या है तो पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं को लिखें। कांग्रेस उसे राज्यपाल और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के पास आगे बढ़ाएगी।

कुमार ने बताया कि आगामी पंचायत चुनावों को लेकर भी बातचीत हुई है। प्रियंका से बातचीत में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा, पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितिन प्रसाद, प्रदीप जैन आदित्य, विधान परिषद सदस्य दीपक सिंह मौजूद थे।

कानपुर मुठभेड़ पर प्रियंका ने शुक्रवार को ट्वीट किया था कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति काफी खराब हो गयी है। अपराधियों में भय नहीं है। आम आदमी से लेकर पुलिसकर्मी कोई भी सुरक्षित नहीं है। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री की है। उन्हें कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए और इसमें कोई ढिलाई नहीं बरती जानी चाहिए।

Edited By

Umakant yadav