विधानपरिषद की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिये स्थगित

punjabkesari.in Saturday, Jul 27, 2019 - 09:14 AM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधान परिषद में शुक्रवार को राजस्व संहिता समेत चार विधेयकों को आमराय से पारित किये जाने के बाद सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिये स्थगित कर दी गयी। विधान परिषद के प्रमुख सचिव डॉक्टर राजेश सिंह ने राज्य विधान सभा द्वारा पारित उत्तर प्रदेश राजस्व संहिता (संशोधन) विधेयक, उत्तर प्रदेश जल सम्भरण तथा सीवर व्यवस्था (संशोधन) विधेयक, उत्तर प्रदेश भू-गर्भ जल (प्रबंधन और विनियमन) विधेयक और उत्तर प्रदेश का राज्य संप्रतीक (अनुचित प्रयोग का प्रतिषेध) विधेयक को सदन में रखा।       

ये चारों विधेयक सर्व सम्मति से पारित किये गये। उसके बाद नियम-110 के तहत उत्तर प्रदेश हाईस्कूल एवं इण्टरमीडिएट बोर्ड की परीक्षा प्रणाली में सुधार किये जाने के विषय पर चर्चा हुई। इस दौरान सपा सदस्य शतरूद्र प्रकाश ने कहा कि वर्तमान शिक्षा प्रणाली बहुत ही दोषपूर्ण है। यह लार्ड मैकाले की शिक्षा प्रणाली है जो अंग्रेजों की देन है। प्रकाश ने कहा कि छात्रों के ज्ञान का मूल्यांकन तीन घण्टे की परीक्षा के जरिये करना सही नहीं है। उन्होंने सुझाव देते हुआ कहा इण्टरमीडिएट की दो साल की परीक्षा को एक साल की कर दी जाये। चर्चा में सपा के शशांक यादव, संजय मिश्रा लीलावती कुशवाहा, संजय लाठर और बासुदेव यादव ने भी भाग लिया।

नेता सदन दिनेश शर्मा ने चर्चा के उत्तर में कहा कि आज परीक्षा केवल डिग्री हासिल करने के लिये ही रह गई है। इस स्थिति में वाकई सुधार की जरूरत है। इसके लिये सरकार ने कई तरह के प्रयास और प्रयोग शुरू कर दिये हैं। छात्रों को कौशल विकास योजना के साथ जोड़ा जा रहा है ताकि पढ़ाई के साथ-साथ उन्हें रोजगार भी मिल सके। अन्य सुधारों पर चर्चा करते हुये उन्होंने कहा कि वर्तमान परीक्षा आधुनिक तकनीकि प्रणालियों की देख-रेख में कराई जा रही है जिससे परीक्षा की शुचिता बनी रहे। अंत में राष्ट्रगान के बाद नेता सदन के प्रस्ताव पर सदन की बैठक अनिश्चितकाल के लिये स्थगित हो गई।

 

Ajay kumar