काशी धर्म परिषद में तोड़े गए मंदिरों के पुनर्निर्माण और धर्मांतरण पर रोक का प्रस्ताव पास

punjabkesari.in Monday, Feb 21, 2022 - 08:35 PM (IST)

वाराणसी: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में नरहरपुरा स्थित पातालपुरी मठ में सोमवार को आयोजित काशी धर्म परिषद में आक्रमणकारियों के हाथों तोड़े गए मंदिरों के पुनर्निर्माण और धर्मांतरण पर रोक लगाने समेत कई प्रस्ताव पास किए गए।

काशी धर्म परिषद में संतों ने पातालपुरी मठ के महंत बालक दास जी महाराज को सर्वसम्मति से काशी धर्म परिषद का अध्यक्ष घोषित किया। पातालपुरी सनातन धर्म रक्षा परिषद एवं विशाल भारत संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित काशी धर्म परिषद में कई सम्प्रदायों, अखाड़ा के महंत और संत उपस्थित थे। काशी धर्म परिषद की अध्यक्षता करते हुए महंत बालक दास ने प्रस्ताव रखा कि सभी विद्यालयों, विश्वविद्यालयों में वैदिक शिक्षा को अनिवार्य बनाया जाये, वैदिक गणित वैदिक विज्ञान को अनिवार्य विषय के रूप में पढ़ाया जाये, मठों और मंदिरों के संरक्षण के लिए अलग से विभाग बने। महंत बालक दास ने यह भी प्रस्ताव रखा कि आक्रमणकारियों द्वारा तोड़े गए मंदिरों का पुनर्निर्माण किया जाये, वैदिक विद्यालयों को अनवरत शिक्षा दे रहे मठों को अनुदान दिया जाये, विश्वनाथ कॉरिडोर एवं श्रीराम जन्मभूमि निर्माण को पूर्ण समर्थन दिया जाये और धर्मांतरण पर रोक लगे।

इसके अलावा भी उन्होंने कई अन्य प्रस्ताव रखे। धर्म परिषद ने इन सभी प्रस्तावों को सर्वसम्मति से पारित कर दिया। इस अवसर पर मुख्य संवादकर्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य इन्द्रेश कुमार ने कहा, ‘‘ हम सभी भाग्यशाली हैं कि अयोध्या में भगवान श्रीराम का मंदिर बनते हुए देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि जो भगवे का अपमान करे, वो कभी संतों और भारतीय संस्कृति का सम्मान नहीं कर सकता।'' संतों ने सर्वसम्मति से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपना समर्थन दिया।

संतों ने धर्म रक्षा के लिये सड़क पर उतरकर लोगों को जोड़ने का आह्वान किया। काशी धर्म परिषद में सैकड़ों संत महंत उपस्थित रहे। इस दौरान संतों और महंतों ने एक सुर में कहा, ‘‘ सनातन सर्व समावेशी है। इसका घोष वाक्य दुनिया के किसी मत, पंथ और धर्म के पास नहीं है। विश्व का कल्याण हो, प्राणियों में सद्भावना हो- इससे बड़ी मानवता और धर्मनिरपेक्षता क्या हो सकती है?'' काशी धर्म परिषद में महंत सर्वेश्वरण शरण दास, महंत ईश्वर दास, महंत श्रवण दास, महंत राम लोचन दास, महंत शियाराम दास, महंत धनुषधारी दास आदि उपस्थित रहे।


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Content Writer

Mamta Yadav

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