नई शुरुआत की उम्मीद में उप्र से प्रवासी श्रमिक वापस जा रहे हैं महाराष्ट्र

punjabkesari.in Friday, Jun 05, 2020 - 06:38 PM (IST)

गोरखपुर, पांच जून (भाषा) लॉकडाउन के दौरान घरों पर लौटे बड़ी संख्या में प्रवासी श्रमिकों ने नई शुरुआत की उम्मीद में वापस उन जगहों पर लौटना शुरू कर दिया है, जहां वे पहले कार्य करते थे।

गोरखपुर से मुंबई के लिए रोजाना दो ट्रेनें तथा एक दिन छोड़ अगले दिन चलने वाली एक ट्रेन है और इनमें ज्यादातर संख्या में प्रवासी श्रमिक सवार होकर अपने गंतव्य को जा रहे हैं।

कुशीनगर एक्सप्रेस और गोरखपुर मुंबई एलटीटी सुपरफास्ट विशेष ट्रेन रोजाना मुंबई जाती हैं जबकि गोरखपुर और बांद्रा के बीच अवध स्पेशल रेलगाड़ी सोमवार, बुधवार, शुक्रवार और शनिवार को चलती है। मुंबई जाने वाली रेलगाड़ियां हालांकि अभी पूरी तरह भर कर नहीं जा रही हैं।
महाराष्ट्र के ग्रीन जोन में उद्योग शुरू हो गए हैं और वे उन श्रमिकों को वापस बुला रहे हैं जो लॉकडाउन के दौरान अपने घरों को चले गए थे। महाराष्ट्र पहुंचने वाले श्रमिक 14 दिन घर पर प्रथकवास के बाद अपना कार्य शुरू कर सकते हैं।
महाराजगंज के सत्येंद्र कुशवाहा ने रेलवे स्टेशन पर अपनी ट्रेन का इंतजार करने के दौरान ‘‘पीटीआई-भाषा’’ को बताया कि वह एक लेमिनेशन कंपनी में काम कर रहे थे। उनका परिवार गांव में रहता है। लॉकडाउन के दौरान वह बेरोजगार हो गए थे और उनकी बचत का पैसा भी कम होने लगा। एक महीने पहले वह अपने गांव पहुंचे थे।सफर पैदल भी तय किया और ट्रक में बैठकर भी।
उन्होंने बताया कि अब उनकी फैक्टरी के मालिक वापस बुला रहे हैं और उनके कौशल के हिसाब से गांव में कोई काम नहीं है इसलिए वह वापस लौट रहे हैं।
एक अन्य प्रवासी श्रमिक राम मनोहर गोरखपुर के पिपराइच में रहते हैं। वह अपनी पत्नी और दो बच्चों के साथ वापस नासिक जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि वह बैग बनाने वाली कंपनी में काम करते थे और लॉकडाउन के बाद बेरोजगार हो गए थे।
एक अन्य श्रमिक सुमित शर्मा गैस कटर मशीन चलाते हैं और पहले मुंबई में काम करते थे। वह 29 दिन पहले मुंबई से देवरिया स्थित गांव पहुंचे थे। उन्हें भी फैक्टरी के मालिक ने वापस बुलाया है।



यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।

Edited By

PTI News Agency