आगरा में दुकानदार, पत्नी व इकलौते बेटे की हत्या
punjabkesari.in Monday, Aug 31, 2020 - 07:41 PM (IST)
आगरा, 31 अगस्त (भाषा) आगरा में एक दुकानदार, उनकी पत्नी और इकलौते बेटे की घर में हाथ-पैर बांधकर हत्या की गई।
पुलिस के अनुसार आगरा के थाना एत्माद्दौला अंतर्गत नगला किशनलाल में रामवीर (57) की घर पर परचून की दुकान है। वह पत्नी मीरा (55) और बेटे बबलू (23) के साथ रहते थे। सोमवार सुबह दुकान नहीं खुलने पर पड़ोस में रहने वाले भाई रघुवीर ने घर में देखा तो धुआं निकल रहा था। घर के अंदर घुसने पर उसने देखा कि रामवीर और मीरा फर्श पर पड़े थे। उनके शरीर में आग लगी हुयी थी। थोड़ी दूरी पर बेटा भी पड़ा था। तीनों के हाथ पैर और मुंह पर टेप लगा था।
पुलिस को आशंका है कि तीनों की हत्या गला घोंटकर की गयी है। इसके बाद गैस सिलेंडर से आग लगाने की कोशिश की गयी है।
एडीजी अजय आनंद, आईजी ए सतीश गणेश और एसएसपी बबलू कुमार सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे।
पुलिस के अनुसार फॉरेंसिक टीम जांच में जुट गयी है। पूछताछ में रामवीर के भाई रघुवीर ने बताया कि रामवीर ने बेटे की नौकरी के लिए एक वर्ष पहले अपना एक भूखंड बेचा था और नकदी घर में रखी थी।
इस संबंध में एडीजी अजय आनंद ने कहा कि प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि हत्या के बाद शवों को जलाने की कोशिश की गयी है। पुलिस अलग-अलग कोणों से पूरे मामले की जांच कर रही है। पुलिस को मौके से कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
पुलिस के अनुसार आगरा के थाना एत्माद्दौला अंतर्गत नगला किशनलाल में रामवीर (57) की घर पर परचून की दुकान है। वह पत्नी मीरा (55) और बेटे बबलू (23) के साथ रहते थे। सोमवार सुबह दुकान नहीं खुलने पर पड़ोस में रहने वाले भाई रघुवीर ने घर में देखा तो धुआं निकल रहा था। घर के अंदर घुसने पर उसने देखा कि रामवीर और मीरा फर्श पर पड़े थे। उनके शरीर में आग लगी हुयी थी। थोड़ी दूरी पर बेटा भी पड़ा था। तीनों के हाथ पैर और मुंह पर टेप लगा था।
पुलिस को आशंका है कि तीनों की हत्या गला घोंटकर की गयी है। इसके बाद गैस सिलेंडर से आग लगाने की कोशिश की गयी है।
एडीजी अजय आनंद, आईजी ए सतीश गणेश और एसएसपी बबलू कुमार सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे।
पुलिस के अनुसार फॉरेंसिक टीम जांच में जुट गयी है। पूछताछ में रामवीर के भाई रघुवीर ने बताया कि रामवीर ने बेटे की नौकरी के लिए एक वर्ष पहले अपना एक भूखंड बेचा था और नकदी घर में रखी थी।
इस संबंध में एडीजी अजय आनंद ने कहा कि प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि हत्या के बाद शवों को जलाने की कोशिश की गयी है। पुलिस अलग-अलग कोणों से पूरे मामले की जांच कर रही है। पुलिस को मौके से कुछ महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।