पूरा देश रेहड़ी-पटरी वालों के श्रम का सम्मान करता है : मोदी
punjabkesari.in Tuesday, Oct 27, 2020 - 06:12 PM (IST)
लखनऊ/वाराणसी 27 अक्टूबर (भाषा) देश की अर्थव्यवस्था में रेहड़ी पटरी वालों की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उनकी ईमानदारी की भावना की सराहना की। मोदी ने कहा कि गरीब कभी ईमानदारी और आात्मसम्मान से समझौता नहीं करता है तथा आज पूरा देश उनके श्रम का सम्मान कर रहा है।
मोदी मंगलवार को प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत लाभ पाने वाले उत्तर प्रदेश के रेहड़ी-पटरी व्यवसायियों से आनलाइन संवाद कर रहे थे।
मोदी ने कहा, ‘‘घपले-घोटाले करने वालों ने बेईमानी का सारा ठीकरा गरीबों के सिर फोड़ने की कोशिश की। उन लोगों ने ऐसी हवा बना दी थी कि गरीब को कर्ज दे दो तो वह पैसा लौटाएगा नहीं।’’ उन्होंने कहा कि लेकिन उन लोगों को जवाब मिल गया है जो गरीबों को बैंकिंग से जोड़ने का उपहास उड़ाते थे।
उन्होंने ने कहा कि गरीब कभी ईमानदारी और आत्मसम्मान से समझौता नहीं करता है। उन्होंने कहा, ‘‘हम गरीबों के नाम पर राजनीति नहीं करते। यह हमारे लिए राजनीति का विषय नहीं है।’’
प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार लोगों ने ऐसा होता देखा। पूरा देश अपनी पूरी ताकत और संसाधनों के साथ गरीबों के साथ खड़ा रहा।
उन्होंने कहा कि रेहड़ी पटरी वाले कारोबारी उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती दे रहे हैं।
रेहड़ी-पटरी वालों से संवाद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आप लोग विषम हालातों में कोरोना से जिस तरह लड़े उसकी जितनी भी तारीफ की जाए कम है। उन्होंने कहा, ‘‘यकीनन शीघ्र ही कोराना हारेगा, पर पर्व त्यौहारों के इस मौसम में कहीं से कतई कोई लापरवाही न करें। ‘दो गज दूरी और मास्क जरूरी’ के मूल मंत्र को खुद याद रखें और लोगों को भी याद दिलाते रहें।’’ प्रधानमंत्री ने आगरा की प्रीति, वाराणसी के अरविंद मौर्या और लखनऊ के विजय बहादुर से वीडियो कांफ्रेंस के जरिये संवाद किया और कोरोना काल में आई उनकी कठिनाइयां और पीएम स्वनिधि योजना से मिलने वाले लाभ के बारे में जानकारी ली।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरा देश उनके श्रम का सम्मान करता है। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी आबादी में रेहड़ी पटरी वाले, लोगों की आवश्कता पूरी करते हैं और देश की अर्थव्यवस्था में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं।
उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना करते हुए कहा कि पूरे देश में पीएम स्वनिधि योजना में उत्तर प्रदेश अव्वल है। प्रधानमंत्री ने बताया कि इस योजना में 25 लाख आवेदन आये हैं और 12 लाख से ज्यादा को स्वीकृति दे दी गई है।
मोदी ने कहा कि साढ़े छह लाख आवेदन केवल उत्तर प्रदेश से आये जिसमें पौने चार लाख को मंजूरी दे दी गई है। प्रधानमंत्री ने इस योजना की सफलता के लिए बैंककर्मियों की प्रशंसा की।
मोदी ने लाभार्थियों को नसीहत दी और बताया कि समय से कर्ज अदायगी पर सात प्रतिशत की छूट मिलेगी और डिजिटल लेन देन में सौ रुपये प्रतिमाह कैशबैक के रूप में मिलेंगे।
प्रधानमंत्री ने स्वनिधि योजना की लाभार्थी आगरा की प्रीति से संवाद करते हुए उनके कारोबार के बारे में जानकारी ली। प्रीति ने बताया कि वह पहले सब्जी बेचती थे लेकिन कोरोना की आपदा आई तो आपने (सरकार ने) डूबते को तिनके का सहारा दिया। उन्होंने बताया कि उन्हें दस हजार रुपये कर्ज मिले जिससे उन्होंने फलों का ठेला लगा लिया।
प्रीति ने प्रधानमंत्री से अपने पति राधेश्याम की बीमारी का जिक्र करते हुए मदद मांगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार के अफसर इसके लिए उनसे संपर्क करेंगे। उनकी बात मुख्यमंत्री तक पहुंचायी जाएी और उन्हें हर तरह की मदद मिलेगी।
वाराणसी के अरविंद मौर्या ने मोमोज और कॉफी बेचने तथा कोरोना के प्रति लोगों को जागरुक करने के अपने अभियान की जानकारी दी।
मौर्या ने प्रधानमंत्री से कहा कि स्वनिधि योजना का लाभ पाने के लिए उसे कोई भागदौड़ नहीं करनी पड़ी।
मोदी ने जब मौर्या से पूछा कि स्वनिधि योजना का लाभ पाने के लिए उसे कितनी भागदौड़ करना पड़ा और किन-किन अधिकारियों के हाथ पैर पकड़ने पड़े, तो उसने कहा कि उसे कहीं भी कोई भागदौड़ नहीं करनी पड़ी।
उसने बताया कि नगर निगम ने सर्वेक्षण किया। सर्वेक्षण के एक सप्ताह बाद यूनियन बैंक ऑफ इंडिया सोनारपुरा ब्रांच से उसे फोन आया कि उसे कर्ज आवंटित किया गया है।
मोदी ने मौर्या से जब कहा कि वह बनारस आते हैं तो लोग उन्हें मोमोज नहीं खिलाते। इस पर मौर्या ने वायदा किया कि प्रधानमंत्री के इस बार बनारस आने पर वह उन्हें मोमोज खिलाएगा।
इस पर मोदी ने चुटकी लेते हुए कहा कि उनके सुरक्षाकर्मी उन्हें सब कुछ ऐसे ही नहीं खाने देते। मौर्या ने प्रधानमंत्री से कहा कि वह ‘‘शबरी की तरह उन्हें मोमोज अवश्य खिलाएगा और काफी भी पिलाएगा।’’
कोरोना काल में कारोबार बाधित होने और उससे होने वाली कठिनाइयों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने उससे पूछा कि कोरोना संक्रमण से बचने एवं लोगों को जागरूक करने के लिए वह क्या करते हैं? इसके जवाब में मौर्या ने बताया कि मास्क लगाकर आने वाले ग्राहकों को एक मोमोज फ्री देने की उसकी स्कीम है। इस पर मोदी ने उसका स्वागत किया।
मोदी ने मोमोज एवं काफी विक्रेता अरविंद मौर्या से वार्ता के दौरान कोरोना से पूरी सफलता के साथ जंग लड़ने के लिए बनारसवासियों को धन्यवाद दिया एवं नमस्कार किया।
प्रधानमंत्री ने लखनऊ के विजय बहादुर से भी संवाद किया जो ठेले पर लाई-चना बेचते हैं।
मोदी ने विजय बहादुर के प्रबंधन और नियोजन की तारीफ की। विजय ने प्रधानमंत्री को बताया कि पहले वह रोज सामान लाते थे। ऋण मिलने के बाद वह सप्ताह भर का सामान एक बार में ही लाते हैं। इससे उनका श्रम और संसाधन बचता है।
इसके पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के 651 स्थानीय निकायों के दो लाख 74 हजार पटरी व्ययवासियों को पीएम स्वनिधि योजना से कर्ज मिला और इससे उनके कारोबार और त्यौहार की रौनक बदल गई।
योगी ने कहा कि कोरोना संकट में प्रधानमंत्री ने पीएम गरीब कल्याण पैकेज की घोषणा कर गरीबों के लिए बड़ा प्रयास किया। योगी ने बताया कि 14 करोड़ लाभार्थी हर माह दो बार खाद्यान्न प्राप्त कर रहे हैं और यह प्रक्रिया 14 बार अपनाई जा चुकी है।
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मोदी मंगलवार को प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत लाभ पाने वाले उत्तर प्रदेश के रेहड़ी-पटरी व्यवसायियों से आनलाइन संवाद कर रहे थे।
मोदी ने कहा, ‘‘घपले-घोटाले करने वालों ने बेईमानी का सारा ठीकरा गरीबों के सिर फोड़ने की कोशिश की। उन लोगों ने ऐसी हवा बना दी थी कि गरीब को कर्ज दे दो तो वह पैसा लौटाएगा नहीं।’’ उन्होंने कहा कि लेकिन उन लोगों को जवाब मिल गया है जो गरीबों को बैंकिंग से जोड़ने का उपहास उड़ाते थे।
उन्होंने ने कहा कि गरीब कभी ईमानदारी और आत्मसम्मान से समझौता नहीं करता है। उन्होंने कहा, ‘‘हम गरीबों के नाम पर राजनीति नहीं करते। यह हमारे लिए राजनीति का विषय नहीं है।’’
प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार लोगों ने ऐसा होता देखा। पूरा देश अपनी पूरी ताकत और संसाधनों के साथ गरीबों के साथ खड़ा रहा।
उन्होंने कहा कि रेहड़ी पटरी वाले कारोबारी उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती दे रहे हैं।
रेहड़ी-पटरी वालों से संवाद करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आप लोग विषम हालातों में कोरोना से जिस तरह लड़े उसकी जितनी भी तारीफ की जाए कम है। उन्होंने कहा, ‘‘यकीनन शीघ्र ही कोराना हारेगा, पर पर्व त्यौहारों के इस मौसम में कहीं से कतई कोई लापरवाही न करें। ‘दो गज दूरी और मास्क जरूरी’ के मूल मंत्र को खुद याद रखें और लोगों को भी याद दिलाते रहें।’’ प्रधानमंत्री ने आगरा की प्रीति, वाराणसी के अरविंद मौर्या और लखनऊ के विजय बहादुर से वीडियो कांफ्रेंस के जरिये संवाद किया और कोरोना काल में आई उनकी कठिनाइयां और पीएम स्वनिधि योजना से मिलने वाले लाभ के बारे में जानकारी ली।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरा देश उनके श्रम का सम्मान करता है। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी आबादी में रेहड़ी पटरी वाले, लोगों की आवश्कता पूरी करते हैं और देश की अर्थव्यवस्था में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं।
उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना करते हुए कहा कि पूरे देश में पीएम स्वनिधि योजना में उत्तर प्रदेश अव्वल है। प्रधानमंत्री ने बताया कि इस योजना में 25 लाख आवेदन आये हैं और 12 लाख से ज्यादा को स्वीकृति दे दी गई है।
मोदी ने कहा कि साढ़े छह लाख आवेदन केवल उत्तर प्रदेश से आये जिसमें पौने चार लाख को मंजूरी दे दी गई है। प्रधानमंत्री ने इस योजना की सफलता के लिए बैंककर्मियों की प्रशंसा की।
मोदी ने लाभार्थियों को नसीहत दी और बताया कि समय से कर्ज अदायगी पर सात प्रतिशत की छूट मिलेगी और डिजिटल लेन देन में सौ रुपये प्रतिमाह कैशबैक के रूप में मिलेंगे।
प्रधानमंत्री ने स्वनिधि योजना की लाभार्थी आगरा की प्रीति से संवाद करते हुए उनके कारोबार के बारे में जानकारी ली। प्रीति ने बताया कि वह पहले सब्जी बेचती थे लेकिन कोरोना की आपदा आई तो आपने (सरकार ने) डूबते को तिनके का सहारा दिया। उन्होंने बताया कि उन्हें दस हजार रुपये कर्ज मिले जिससे उन्होंने फलों का ठेला लगा लिया।
प्रीति ने प्रधानमंत्री से अपने पति राधेश्याम की बीमारी का जिक्र करते हुए मदद मांगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार के अफसर इसके लिए उनसे संपर्क करेंगे। उनकी बात मुख्यमंत्री तक पहुंचायी जाएी और उन्हें हर तरह की मदद मिलेगी।
वाराणसी के अरविंद मौर्या ने मोमोज और कॉफी बेचने तथा कोरोना के प्रति लोगों को जागरुक करने के अपने अभियान की जानकारी दी।
मौर्या ने प्रधानमंत्री से कहा कि स्वनिधि योजना का लाभ पाने के लिए उसे कोई भागदौड़ नहीं करनी पड़ी।
मोदी ने जब मौर्या से पूछा कि स्वनिधि योजना का लाभ पाने के लिए उसे कितनी भागदौड़ करना पड़ा और किन-किन अधिकारियों के हाथ पैर पकड़ने पड़े, तो उसने कहा कि उसे कहीं भी कोई भागदौड़ नहीं करनी पड़ी।
उसने बताया कि नगर निगम ने सर्वेक्षण किया। सर्वेक्षण के एक सप्ताह बाद यूनियन बैंक ऑफ इंडिया सोनारपुरा ब्रांच से उसे फोन आया कि उसे कर्ज आवंटित किया गया है।
मोदी ने मौर्या से जब कहा कि वह बनारस आते हैं तो लोग उन्हें मोमोज नहीं खिलाते। इस पर मौर्या ने वायदा किया कि प्रधानमंत्री के इस बार बनारस आने पर वह उन्हें मोमोज खिलाएगा।
इस पर मोदी ने चुटकी लेते हुए कहा कि उनके सुरक्षाकर्मी उन्हें सब कुछ ऐसे ही नहीं खाने देते। मौर्या ने प्रधानमंत्री से कहा कि वह ‘‘शबरी की तरह उन्हें मोमोज अवश्य खिलाएगा और काफी भी पिलाएगा।’’
कोरोना काल में कारोबार बाधित होने और उससे होने वाली कठिनाइयों का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने उससे पूछा कि कोरोना संक्रमण से बचने एवं लोगों को जागरूक करने के लिए वह क्या करते हैं? इसके जवाब में मौर्या ने बताया कि मास्क लगाकर आने वाले ग्राहकों को एक मोमोज फ्री देने की उसकी स्कीम है। इस पर मोदी ने उसका स्वागत किया।
मोदी ने मोमोज एवं काफी विक्रेता अरविंद मौर्या से वार्ता के दौरान कोरोना से पूरी सफलता के साथ जंग लड़ने के लिए बनारसवासियों को धन्यवाद दिया एवं नमस्कार किया।
प्रधानमंत्री ने लखनऊ के विजय बहादुर से भी संवाद किया जो ठेले पर लाई-चना बेचते हैं।
मोदी ने विजय बहादुर के प्रबंधन और नियोजन की तारीफ की। विजय ने प्रधानमंत्री को बताया कि पहले वह रोज सामान लाते थे। ऋण मिलने के बाद वह सप्ताह भर का सामान एक बार में ही लाते हैं। इससे उनका श्रम और संसाधन बचता है।
इसके पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के 651 स्थानीय निकायों के दो लाख 74 हजार पटरी व्ययवासियों को पीएम स्वनिधि योजना से कर्ज मिला और इससे उनके कारोबार और त्यौहार की रौनक बदल गई।
योगी ने कहा कि कोरोना संकट में प्रधानमंत्री ने पीएम गरीब कल्याण पैकेज की घोषणा कर गरीबों के लिए बड़ा प्रयास किया। योगी ने बताया कि 14 करोड़ लाभार्थी हर माह दो बार खाद्यान्न प्राप्त कर रहे हैं और यह प्रक्रिया 14 बार अपनाई जा चुकी है।
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