पराली जलाने के आरोप में किसानों को जेल भेजकर उत्पीड़न कर रही है योगी सरकार : कांग्रेस
punjabkesari.in Thursday, Nov 05, 2020 - 09:28 AM (IST)
लखनऊ, चार नवम्बर (भाषा) कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश में पराली जलाने के आरोप में किसानों के खिलाफ मामले दर्ज किये जाने की निंदा करते हुए सरकार पर निशाना साधा है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बुधवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि सरकार किसानों को पराली जलाने के नाम पर मामले दर्ज करके जेल भेज रही है। यह बेहद निंदनीय है।
उन्होंने कहा, ‘‘उच्चतम न्यायालय ने पराली की समस्या के समाधान के लिये सरकार को निर्देश दिया था कि वह पराली की खरीद करके उसका निस्तारण कराए और पराली निस्तारण के लिये किसानों को समुचित आर्थिक मदद की व्यवस्था सुनिश्चित करे, मगर राज्य सरकार अपने दायित्वों से मुंह चुराकर किसानों के विरुद्ध मामले दर्ज करके और जेल भेजने की कार्रवाई करके उन्हें प्रताड़ित कर रही है।’’
लल्लू ने कहा कि पिछले एक हफ्ते के दौरान अकेले सहारनपुर में 16 किसानों को पुलिस ने जेल भेज दिया है और सैकड़ों किसान अपनी गिरफ्तारी के भय से घर परिवार छोड़कर भागने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी की मांग है कि पराली जलाने के नाम पर गिरफ्तार किसानों को फौरन रिहा किया जाए।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि किसानों को धान बेचने के लिये क्रय केंद्रों पर चार-चार दिन तक प्रतीक्षा करनी पड़ रही है और न्यूनतम समर्थन मूल्य 1886 रुपये प्रति क्विंटल के स्थान पर तमाम कमियां बताकर 800 से 900 रुपये प्रति क्विंटल में अपनी धान की उपज बेचने के लिए मजबूर किया जा रहा है। प्रदेश के लगभग सभी जिलों में यही हाल है। सरकार जितनी मुस्तैदी पराली जलाने पर किसानों की गिरफ्तारी में दिखा रही है, अगर वही उन्हें समर्थन मूल्य दिलाने पर दिखाए तो समस्या हल हो जाए।
लल्लू ने मांग की कि प्रदेश सरकार किसानों का उत्पीड़न करना बन्द करे और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए कदम उठाये। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं होने पर कांग्रेस किसानों के मुद्दे को लेकर सड़कों पर उतरने के लिए विवश होगी।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने बुधवार को यहां संवाददाताओं से कहा कि सरकार किसानों को पराली जलाने के नाम पर मामले दर्ज करके जेल भेज रही है। यह बेहद निंदनीय है।
उन्होंने कहा, ‘‘उच्चतम न्यायालय ने पराली की समस्या के समाधान के लिये सरकार को निर्देश दिया था कि वह पराली की खरीद करके उसका निस्तारण कराए और पराली निस्तारण के लिये किसानों को समुचित आर्थिक मदद की व्यवस्था सुनिश्चित करे, मगर राज्य सरकार अपने दायित्वों से मुंह चुराकर किसानों के विरुद्ध मामले दर्ज करके और जेल भेजने की कार्रवाई करके उन्हें प्रताड़ित कर रही है।’’
लल्लू ने कहा कि पिछले एक हफ्ते के दौरान अकेले सहारनपुर में 16 किसानों को पुलिस ने जेल भेज दिया है और सैकड़ों किसान अपनी गिरफ्तारी के भय से घर परिवार छोड़कर भागने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी की मांग है कि पराली जलाने के नाम पर गिरफ्तार किसानों को फौरन रिहा किया जाए।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि किसानों को धान बेचने के लिये क्रय केंद्रों पर चार-चार दिन तक प्रतीक्षा करनी पड़ रही है और न्यूनतम समर्थन मूल्य 1886 रुपये प्रति क्विंटल के स्थान पर तमाम कमियां बताकर 800 से 900 रुपये प्रति क्विंटल में अपनी धान की उपज बेचने के लिए मजबूर किया जा रहा है। प्रदेश के लगभग सभी जिलों में यही हाल है। सरकार जितनी मुस्तैदी पराली जलाने पर किसानों की गिरफ्तारी में दिखा रही है, अगर वही उन्हें समर्थन मूल्य दिलाने पर दिखाए तो समस्या हल हो जाए।
लल्लू ने मांग की कि प्रदेश सरकार किसानों का उत्पीड़न करना बन्द करे और उनकी समस्याओं के समाधान के लिए कदम उठाये। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं होने पर कांग्रेस किसानों के मुद्दे को लेकर सड़कों पर उतरने के लिए विवश होगी।
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