उत्तर प्रदेश में भारत बंद का रहा मिलाजुला असर

punjabkesari.in Tuesday, Sep 28, 2021 - 12:06 AM (IST)

लखनऊ, 27 सितंबर (भाषा) केन्द्र के नये विवादित कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों द्वारा सोमवार को आहूत ''भारत बंद'' का उत्तर प्रदेश में मिला-जुला असर दिखा।

उत्तर प्रदेश में बंद का ज्यादातर असर नोएडा और गाजियाबाद समेत राज्य के पश्चिमी इलाकों में दिखाई दिया। हालांकि मथुरा और आगरा में बंद का कोई असर नहीं दिखा और वहां बाजार सहित अन्य प्रतिष्ठान खुले रहे। राज्य के बाकी हिस्सों में भारत बंद का कोई खास असर नजर नहीं आया।

राजधानी लखनऊ में भारत बंद का कोई विशेष प्रभाव नहीं दिखा। सोमवार होने के कारण ज्यादातर दुकानें सामान्य तरीके से खुलीं और कामकाज भी रोजमर्रा की ही तरह हुआ। राज्य के बाराबंकी, प्रयागराज, अयोध्या, आजमगढ़, आंबेडकर नगर, बलिया तथा कुशीनगर समेत विभिन्न जिलों से भी भारत बंद का मिलाजुला असर होने की सूचना है।

भारत बंद को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा।

अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि अधिकारियों से कहा गया था कि वे भारत बंद को ध्यान में रखते हुए गश्ती तेज करें। सुनिश्चित करें कि आमजन को कोई समस्या ना हो। जो भी कार्यक्रम हों, उनकी वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी जरूर कराएं। रेलवे, बस अड्डों पर सतर्कता बरतें। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के चप्पे-चप्पे पर कड़ी सुरक्षा रखी जाए।

राज्य के प्रमुख विपक्षी दलों समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी ने किसानों के इस भारत बंद का समर्थन किया था।

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने विवादित कृषि कानूनों के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा के आंदोलन और उनके ''भारत बंद'' के आह्वान का समर्थन करते हुए आज कहा कि किसानों को सम्मान नहीं देने वाली भाजपा ने सत्ता में बने रहने का नैतिक अधिकार खो दिया है।

सपा प्रमुख ने सोमवार को ट्वीट के जरिये किसान आंदोलन को समर्थन देने की घोषणा की। यादव ने ट्वीट किया, ''''संयुक्त किसान मोर्चा के ‘भारत बंद’ को सपा का पूर्ण समर्थन है। देश के अन्नदाता का मान नहीं करने वाली दंभी भाजपा सत्ता में बने रहने का नैतिक अधिकार खो चुकी है। किसान आंदोलन भाजपा के अंदर टूटन का कारण बनने लगा है।''''

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PTI News Agency