सपा और अपना दल कमेरावादी का गठबंधन, सीटों को लेकर बाद में होगा ऐलान : कृष्णा पटेल

punjabkesari.in Thursday, Nov 25, 2021 - 12:47 AM (IST)

लखनऊ, 24 नवंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए राज्‍य की मुख्‍य विपक्षी पार्टी सपा के मुखिया छोटे दलों के साथ गठबंधन कर रहे हैं और इस कड़ी में बुधवार को आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश मामलों के प्रभारी संजय सिंह तथा अपना दल कमेरावादी की अध्यक्ष कृष्णा पटेल मिलीं।

सपा प्रमुख से मुलाकात के बाद कृष्णा पटेल ने अपना दल कमेरावादी के कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में कहा, ''''अभी हमारी राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश सिंह (अखिलेश यादव) के साथ चर्चा हुई और हमारा गठबंधन हो गया है। हम समान विचारधारा वालों के साथ गठबंधन कर रहे हैं। बहुत जल्द हम संयुक्त मंच पर दिखेंगे।’’
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ''''सीटों को लेकर हमारी कोई बहुत बड़ी प्राथमिकता नहीं थी। प्राथमिकता सिर्फ हमारे साथ चलने की थी और आज हमारा गठबंधन हो गया है और हम साथ हैं।''''
उन्होंने कहा कि सीटों को लेकर अभी कुछ विशेष चर्चा नहीं हुई है। हालांकि संवाददाताओं द्वारा बार-बार सवाल करने पर पटेल ने कहा, ''''देखिए, हम लोगों की बहुत सी सीटों पर बातचीत हुई है और बहुत सी सीटों पर बातचीत चल रही है। हमारी लगभग 20 से 25 सीटें रहेंगी। जहां तक बात दूसरे दलों की है, तो हम उनकी बात नहीं कर रहे हैं, जो समान विचारधारा से चले हम उसके साथ हैं।''''
कृष्णा पटेल केंद्र सरकार में राज्य मंत्री और अपना दल (सोनेलाल) की अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल की मां हैं। 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद मां-बेटी में मनमुटाव से अपना दल में दो फाड़ हो गया था। 2014 में कृष्णा पटेल के नेतृत्व में अपना दल का भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ लोकसभा चुनाव में गठबंधन हुआ था और मिर्जापुर से अनुप्रिया पटेल और प्रतापगढ़ से कुंवर हरिवंश सिंह अपना दल के टिकट पर चुनाव जीते थे। बाद में मां-बेटी के बीच विवाद बढ़ने पर अनुप्रिया ने रास्‍ता बदल लिया और अपना दल (सोनेलाल) का गठन किया। 2017 में अनुप्रिया ने भाजपा से विधानसभा चुनाव में गठबंधन किया और नौ सीटों पर चुनाव जीत गई। फ‍िर 2019 के लोकसभा चुनाव में भी अनुप्रिया पटेल समेत अपना दल (सोनेलाल) के दो सांसद भाजपा गठबंधन के साथ चुनाव जीते। बीच के दिनों में अनुप्रिया ने अपनी मां के साथ तालमेल की कोशिश की लेकिन उसमें सफलता नहीं मिली।

इससे पहले मंगलवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के प्रमुख जयंत चौधरी से मुलाकात कर सपा-रालोद गठबंधन पर बातचीत की और एक दिन बाद बुधवार को आम आदमी पार्टी (आप) के उत्तर प्रदेश प्रभारी व राज्‍यसभा सदस्‍य संजय सिंह से 2022 के विधानसभा चुनावों के लिए ''रणनीतिक चर्चा'' की।

अखिलेश से मुलाकात के बाद यहां पत्रकारों से संजय सिंह ने कहा, “उत्तर प्रदेश को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने के लिए साझा एजेंडे पर ''रणनीतिक चर्चा'' की।” सपा के साथ गठबंधन के बारे में पूछने पर सिंह ने कहा, “चर्चा अभी शुरू हुई है... अच्छी सार्थक चर्चा हुई है और हम आपको बाद में बताएंगे।”
सिंह ने पहले भी अखिलेश से मुलाकात की थी लेकिन कहा था कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश में अकेले चुनाव लड़ेगी। सिंह मंगलवार को ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ के मौके पर सपा महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव की किताब ''राजनीति के उस पार'' के विमोचन पर मौजूद थे। कार्यक्रम में सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव और अखिलेश भी मौजूद थे।

अखिलेश ने आगामी चुनावों में सीटों के बंटवारे पर चर्चा के लिए मंगलवार को रालोद प्रमुख से मुलाकात की थी। उसके बाद जयंत ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से अखिलेश यादव के साथ फोटो के साथ ट्वीट किया, "बढ़ते कदम।" वहीं सपा अध्यक्ष ने जयंत चौधरी के साथ अपनी फोटो ट्वीट करते हुए लिखा, “जयंत चौधरी के साथ बदलाव की ओर।”
गौरतलब है कि अखिलेश ने अपने बयानों में बार-बार कहा था कि उनकी पार्टी छोटे दलों के साथ गठबंधन के लिए तैयार है। सपा ने विधानसभा चुनाव के लिए केशव देव मौर्य की अगुवाई वाले महान दल और डॉक्टर संजय चौहान की अगुवाई वाले जनवादी पार्टी (सोशलिस्ट) से भी समझौता किया है।


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PTI News Agency

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