कानपुर हिंसा में कर्तव्य में लापरवाही के आरोप में दो एसएचओ निलंबित, एक लाइन हाजिर
punjabkesari.in Saturday, Jul 02, 2022 - 08:18 PM (IST)
कानपुर (उप्र) दो जुलाई (भाषा) पैगंबर मोहम्मद पर भारतीय जनता पार्टी की निलंबित प्रवक्ता नुपूर शर्मा की कथित विवादास्पद टिप्पणी के खिलाफ जुमे की नमाज के बाद बंद के आह्वान के दौरान भड़की हिंसा के लगभग एक माह बाद शनिवार को यहां तीन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
कानपुर पुलिस आयुक्तालय से जारी एक बयान के अनुसार पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीणा ने बेकनगंज के थाना प्रभारी (एसएचओ) नवाब अहमद और बजरिया के थाना प्रभारी संतोष सिंह को कर्तव्यों में लापरवाही के लिए निलंबित करते हुए पुलिस लाइन से सम्बद्ध कर दिया है।
इसके अलावा चमनगंज के थाना प्रभारी जैनेंद्र सिंह को प्रभार से हटाते हुए लाइन हाजिर कर दिया गया है।
गौरतलब है कि पैगंबर मोहम्मद पर भारतीय जनता पार्टी की निलंबित प्रवक्ता नुपूर शर्मा की कथित विवादास्पद टिप्पणी के खिलाफ तीन जून को जुमे की नमाज के बाद बंद के आह्वान के दौरान नई-सड़क, परेड और दादा मियां क्रॉसिंग क्षेत्रों में हिंसा हुई थी।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि एसएचओ नवाब अहमद के खिलाफ हिंसा से पहले और बाद में ढिलाई बरतने के लिए कार्रवाई की गई है, जबकि एसएचओ बजरिया संतोष सिंह को एक आरोपी मुख्तार उर्फ बाबा बिरयानी को संरक्षण देने के लिए निलंबित किया गया है। चमनगंज के थाना प्रभारी जैनेंद्र सिंह पर भी आरोप हैं।
बेकनगंज इलाके में जुलूस निकाला गया था और वहां हिंसा हुई थी। पुलिस का मानना है कि हिंसा में पथराव करने वाले युवक भी इन्हीं थाना क्षेत्रों से जुड़े हैं।
कानपुर में पुलिस ने तीन जून की हिंसा के सिलसिले में अब तक 59 लोगों को गिरफ्तार किया है।
यह आर्टिकल पंजाब केसरी टीम द्वारा संपादित नहीं है, इसे एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड किया गया है।
कानपुर पुलिस आयुक्तालय से जारी एक बयान के अनुसार पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीणा ने बेकनगंज के थाना प्रभारी (एसएचओ) नवाब अहमद और बजरिया के थाना प्रभारी संतोष सिंह को कर्तव्यों में लापरवाही के लिए निलंबित करते हुए पुलिस लाइन से सम्बद्ध कर दिया है।
इसके अलावा चमनगंज के थाना प्रभारी जैनेंद्र सिंह को प्रभार से हटाते हुए लाइन हाजिर कर दिया गया है।
गौरतलब है कि पैगंबर मोहम्मद पर भारतीय जनता पार्टी की निलंबित प्रवक्ता नुपूर शर्मा की कथित विवादास्पद टिप्पणी के खिलाफ तीन जून को जुमे की नमाज के बाद बंद के आह्वान के दौरान नई-सड़क, परेड और दादा मियां क्रॉसिंग क्षेत्रों में हिंसा हुई थी।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि एसएचओ नवाब अहमद के खिलाफ हिंसा से पहले और बाद में ढिलाई बरतने के लिए कार्रवाई की गई है, जबकि एसएचओ बजरिया संतोष सिंह को एक आरोपी मुख्तार उर्फ बाबा बिरयानी को संरक्षण देने के लिए निलंबित किया गया है। चमनगंज के थाना प्रभारी जैनेंद्र सिंह पर भी आरोप हैं।
बेकनगंज इलाके में जुलूस निकाला गया था और वहां हिंसा हुई थी। पुलिस का मानना है कि हिंसा में पथराव करने वाले युवक भी इन्हीं थाना क्षेत्रों से जुड़े हैं।
कानपुर में पुलिस ने तीन जून की हिंसा के सिलसिले में अब तक 59 लोगों को गिरफ्तार किया है।
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