Radhashtami 2023: 23 सितंबर को मनाई जाएगी राधाष्टमी, बरसाना में किए गए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
punjabkesari.in Friday, Sep 22, 2023 - 03:19 PM (IST)
Mathura News: उत्तर प्रदेश में मथुरा के बरसाने में राधाष्टमी पर आनेवाले लाखों श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। एसएसपी शैलेष कुमार पाण्डे के साथ व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने के बाद जिलाधिकारी शैलेन्द्र सिंह ने बताया कि भीड़ का दबाव अधिक बढ़ने पर वैकल्पिक व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि कुंडो में स्नान पर न केवल रोक लगा दी गई है बल्कि उन पर विशेष पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। बारिश के मौसम को देखते हुए प्रत्येक पाकिर्ंग में चेकर्ड प्लेट यानी लोहे की विशेष प्लेट लगाना आवश्यक कर दिया गया है। इससे वाहनों के आवागमन में कोई परेशानी नहीं होगी। दस स्थानों पर मेडिकल कैम्प लगाए गए हैं तथा दस एम्बुलेंस लगाई गई हैं। तीर्थयात्रियों और श्रद्धालुओं से सद्व्यवहार करने को कहा गया है।
राधाष्टमी की व्यवस्थाओं को दिया जा रहा अंतिम रुप
सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी देते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शैलेष कुमार पाण्डे ने बताया कि आईजी दीपक कुमार के निर्देशों के अनुसार यदि किसी सेक्टर पर कोई गड़बड़ी पाई जाती है तो उस सेक्टर के सेक्टर मजिस्ट्रेट और क्षेत्रीय पुलिस अधिकारी जिम्मेदार होंगे। उन्होंने बताया कि सुरक्षा के लिए 2000 सुरक्षाकर्मी लगाए गए हैं, जिनमें 6 एडीशनल एसपी, 32 क्षेत्रीय पुलिस अधिकारी,70 इंसपेक्टर व 4 महिला इंसपेक्टर,14 महिला संब इंसपेक्टर समेत 224 सब इन्सपेक्टर, 1000 कान्सटेबिल व 130 महिला कांन्सटेबिल, 350 होमगाडर्, 3 कम्पनी पीएसी, कुंडो में स्नान या डूबने की घटना रोकने के लिए एक कम्पनी फ्लड पीएसी को लगाया गया है। राधा अष्टमी पर राधारानी के ननिहाल रावल में उनका जन्म होने के कारण वहां पर राधा अष्टमी की व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
दूध दही से होता है अभिषेक
लाड़ली मन्दिर रावल के पुजारी राहुल कल्ला ने बताया कि राधाष्टमी पर 23 सितंबर को तड़के पांच बजे पंचामृत अभिषेक मुख्य विगृह का होगा। इस अभिषेक में भक्तों को शामिल करने के लिए उनके द्वारा लाए गए दूध दही को भी अभिषेक में शामिल कर दिया जाता है। ब्रज के महान संत गुरूशरणानन्द महराज एवं मदन मोहन मन्दिर गोकुल के महंत पंकज महाराज द्वारा विगृह का विशेष अभिषेक किया जाएगा। मंदिर का बधाई कार्यक्रम दूसरा आकर्षण है। मंदिर के सामने इस दिन मेला लग जाता है। वृन्दावन के बांके बिहारी मंदिर में इस दिन विशेष सेवा के साथ ही मन्दिर के अन्दर दर्शन बंद होने के बाद वर्ष में एक बार रामलीला होती है। मंदिर के सेवायत आचार्य ज्ञानेन्द्र गोस्वामी ने बताया कि इस दिन शाम को मंदिर से ठाकुर के चल विगृह को रथ में विराजमान कर पूरे वृन्दावन में शोभायात्रा निकलती है। शोभायात्रा का समापन निधिवन में होता है जहां पर मंदिर में हुई आधी रामलीला का समापन होता है। राधावल्लभ मंदिर में इस दिन विगृह का पीले रंग का विशेष श्रृंगार होता है तथा भक्तों के दधिकाना में उन पर हल्दी, पानी और दही मिश्रण मिश्रण डाला जाता है।