वेतन बढ़ाने की मांग मजदूरों को पड़ी महंगी, कंपनी की शिकायत पर पुलिस ने किया गिरफ्तार

punjabkesari.in Wednesday, Jul 03, 2019 - 08:17 AM (IST)

रायबरेली: उत्तर प्रदेश में रायबरेली के मिल एरिया क्षेत्र में बिरला सीमेंट फैक्ट्री के मजदूरों की गिरफ्तारी के विरोध में मंगलवार को जमकर हंगामा किया गया। सूत्रों के अनुसार बिरला सीमेंट फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूरों ने जब अपने हक के लिए मजदूरी बढ़ाने की बात उठाई तो कंपनी की शिकायत पर पहुंचीं पुलिस ने मजदूरों को गिरफ्तार कर लिया। जिसके बाद पुलिस ने साथी मजदूरों की नाराजगी को बढ़ता देखा तो बंद किए गए 7 मजदूरों को आनन फानन छोड़ दिया।

इस पूरे मामले को जिलाधिकारी रायबरेली ने संज्ञान में लेते ही तत्काल सिटी मजिस्ट्रेट और लेबर ऑफिस के कर्मचारी को फैक्ट्री भेजा और मजदूरों की समस्याओं का निराकरण करवाने का आदेश दिया। घटन स्थल पर पहुंचे अधिकारियों ने मामले को किसी तरह शांत करवाया।

अधिकारियों ने बताया कि दैनिक मजदूरों की 8 मांगे है और यह मजदूर ठेकेदार के साथ संविदा पर है। आउट सोर्सिंग के इन कर्मियों की मांगे है कि कुन्दनगंज स्थित सीमेंट फैक्ट्री के बराबर वेतन दिया जाए, ओवर टाइम का डबल वेतन दिया जाए, त्यौहार की छुट्टी का वेतन नहीं दिया जाता उसे लागू किया जाए, साल में छुट्टी एवं भत्ता दिया जाए। सूत्रों के अनुसार इस प्रकार दैनिक मजदूरों की कुल 8 प्रकार की मांगे है।

फैक्टरी प्रशासन और कामगारों का एक और मामला रायबरेली जिले के लालगंज स्थित रेलकोच फैक्ट्री का चल रहा है जहां सरकार और फैक्ट्री प्रशासन रेल कोच के निगमीकरण को कराना चाहती है। लेकिन फैक्ट्री प्रशासन का कहना है कि दुष्प्रचार की वजह से निगमीकरण को निजीकरण बताया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि निगमीकरण से सरकारी धन के अपव्यय पर रोक लगेगी तथा लाभ की बढ़ोतरी होगी। जबकि कामगार इसके सख्त खिलाफ है उनका मानना है कि इस प्रकार की कार्रवाई में और निगमीकरण में उनके अधिकारों पर हस्तक्षेप होगा। मामला इतना बढ़ चुका है कि रायबरेली से सांसद सोनिया गांधी ने भी इस मुद्दे को लोकसभा में भी उठाया है।

Anil Kapoor